पंकज त्रिपाठी ने बचपन के दोस्तों के लिए खुद अपने हाथ से लिट्टी चोखा बनाया। इसके लिए उन्होंने गाय के गोबर से बने उपले पर लिट्टी को पकाया था। फिर आलू और बैंगन का चोखा बनाकर अपने दोस्तों के साथ बैठकर सुकून से बिहार की फेमस डिश को जमीन पर बैठकर खाया।
गोपालगंज (बिहार). दीपालली के त्यौहार को लोग अपनों के साथ मिलकर धूम-धाम से मनाते हैं। इस अवसर पर बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी भी अपने पैतृक गांव आए हुए हैं। इस बीच उन्होंने अपने दोस्तों के लिए समय निकाला और उनके साथ लिट्टी-चोखा बनाकर उनका स्वाद चखा। जानकारी के अनुसार पंकज ने पांच दिन अपने गांव में बिताए हैं।
गांववालों से रोज की मुलाकात
बता दें कि एक्टर पंकज त्रिपाठी बिहार के गोपालगंज जिले के बेलसंड के रहने वाले हैं। वह दीवाली मनाने के लिए अपने बिजी टाइम में भी छुट्टी लेकर माता-पिता के पास पहुंचे। उनको देखकर ऐसा नहीं लगता है कि वह इतनी बड़ी शख्शियत हैं। वह रोज सुबह अपने घर से गांव के लोगों से मिलने के लिए चले जाते हैं।
पंकज त्रिपाठी ने गांववालों के दिया एक संदेश
एक्टर पंकज त्रिपाठी इन दिनों वह अपने गांव की आबोहवा को बदलने की कोशिश कर रहे। जहा वे पर्यावरण को बचाने की मुहीम में जुटे हुए हैं। वह रोज अपने दोस्तों के साथ गांव में पौधारोपण करते हैं और गाव के लोगों को पौधा लगाकर पर्यावरण को बचाने की सलाह देते हैं। उन्होंने अपने गांव में पीपल, बरगद, गुलमोहर सहित कई पौधे लगाए हैं। उनका कहना है कि देश हर व्यक्ति को एक पेड़ जरुर लगाना चाहिए।
अपने हाथ से लिट्टी चोखा बनाकर दोस्तों को खिलाया
पंकज त्रिपाठी ने बचपन के दोस्तों के लिए खुद अपने हाथ से लिट्टी चोखा बनाया। इसके लिए उन्होंने गाय के गोबर से बने उपले पर लिट्टी को पकाया था। फिर आलू और बैंगन का चोखा बनाकर अपने दोस्तों के साथ बैठकर सुकून से बिहार की फेमस डिश को जमीन पर बैठकर खाया।