भयानक तस्वीर दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान क्षेत्र से सामने आई है। एक बेटे के इलाज करवाने के लिए गरीब परिजनों को 10 किलोमीटर तक नाव का सफर करना पड़ा। क्योंकि सड़क मार्ग से सभी रास्ते बाधित थे। जगह-जगह रास्तों पर पानी भरा हुआ है।
पटना. बिहार में बाढ़ से बुरे हालात हो चुके हैं, जिसके चलते शहरों समेत गांव के लोगों का जीवन पूरी तरह से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। आलम यह है कि दर्जनों गांव डूब चुके हैं तो वहीं सैंकड़ों डूबने की कगार पर हैं। राज्य की सभी नदियां उफान पर होने के चलते कई बांध बह गए हैं। जिस कारण से शहरों से गांव का संपर्क टूट गया है। ग्रामीण इलाकों में कच्चा रास्ता होने की वजह लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बाढ़ के कहर के बीच एक बेहद मार्मिक तस्वीर सामने आई है। जहां एक बेटे के इलाज करवाने के लिए गरीब परिजनों को 10 किलोमीटर तक नाव का सफर करना पड़ा।
खटिया समेत बच्चे को नाव पर लिटाकर पहुंचे अस्पताल
दरअसल, भयानक तस्वीर दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान क्षेत्र से सामने आई है। जहां अकौनमा गांव में रहने वाले गणेश पंडित के 7 साल के भतीजे लक्ष्मण का पेड़ से गिरने की वजह से टूट गया था। लेकिन बारिश और बाढ़ की वजह से वह इलाज करवाने के लिए अस्पताल तक नहीं जा पा रहे थे। ऐसे में पीड़ित परिवार ने खटिया समेत बच्चे को नाव पर लिटा दिया। जिसके बाद वह नाव से 10 किमी का सफर कर कुशेश्वरस्थान की अस्पताल पहुंचे।
पीड़ित परिवार ने बताया कि क्यों उनको बाढ़ का सहारा लेना पड़ा
बच्चे के चाचा ने मीडिया को बताया कि उनको नाव से 10 किलोमीटर तक का सफर तय करने के लिए करीब तीन घंटे का समय लगा। लेकिन क्या करते अस्पताल आना जरूरी था। क्योंकि सड़क मार्ग से सभी रास्ते बाधित थे। जगह-जगह रास्तों पर पानी भरा हुआ है। वहीं बीच में पढ़ने वाली नदियां भी उफान पर हैं। इसलिए नाव का सहारा लेना पड़ा। अस्पातल में आकर हमने लक्ष्मण का प्लास्टर लगवाया है, डॉक्टरों के इलाज के बाद अब बच्चे का दर्द कम हुआ है। (फोटो सोर्स-आजतक)