बेटे के अधजले शव को चिता पर छोड़ भागे परिजन, घर में लटकाया ताला? पूरा मामला जान लीजिए

मामला बिहार के जमुई जिले का है। जहां शुक्रवार को पुलिस ने एक अधजले को शव को बरामद किया है। बरामद शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही मामले में हत्या कर लाश छिपाने की साजिश रचने की प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। 
 

Asianet News Hindi | Published : Feb 16, 2020 8:17 AM IST

जमुई। 13 साल के बेटे के शव को अधजली हालत में परिजन छोड़ कर भाग उठे। पिता, भाई सहित परिवार के अन्य सदस्य न केवल श्मसान से भागे बल्कि घर में ताला मारकर गांव छोड़ चुके है। मामला बिहार के जमुई जिले का है। जहां शुक्रवार को बरहट थाना की पुलिस ने डाढ़ा बिजुआही नदी के पास से एक अधजले शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। बरामद शव की पहचान लक्ष्मीपुर थानाक्षेत्र के सिंघिया गांव निवासी कालेश्वर यादव के 13 वर्षीय बेटे सौरभ कुमार के रूप में हुई है। मामले की जांच के लिए जब पुलिस सिंघिया पहुंची तो कालेश्वर का पूरा परिवार घर पर ताला लगाकर फरार मिला। 

मुखाग्नि देते ही पुलिस के आने की मिली भनक
मिली जानकारी के अनुसार 13 वर्षीय सौरभ ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद आनन-फानन में परिजन शव को जलाने के लिए डाढ़ा बिजुआही पहुंचे थे। जहां जैसे ही मुखाग्नि दी गई थी कि वहां पुलिस के आने की भनक मिली, जिसके बाद परिजन शव को चिता पर अधजले अवस्था में ही छोड़कर भाग निकले। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जमुई भेज दिया और मृतक के पिता समेत अन्य परिजनों पर हत्या कर शव को गायब करने की नीयत से जलाए जाने की प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही। 

मोबाइल के लिए पैसे नहीं मिले तो दी जान
पूछताछ में पता चला कि सौरभ अपने पिता से नाराज था। नाराजगी की वजह पिता के द्वारा मोबाइल खरीदने के पैसा नहीं दिया जाना बताया गया। सौरभ एंड्रॉयड फोन खरीदना चाहता था। इसके लिए वह कई दिनों से अपने पिता कालेश्वर यादव से 10 हजार रुपए की मांग कर रहा था। पेशे से किसान पिता ने उतनी मोटी राशि देने में असमर्थता जता रहे थे। रोज-रोज इनकार के बाद शुक्रवार की शाम सौरभ मोबाइल खरीदने की जिद पर अड़ गया। गुस्से में आकर उसके पिता ने उसे डांटा तो सौरभ ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली।

अगर सूचना देते तो नहीं होती प्राथमिकी
मामले में बरहट के थानाध्यक्ष अब्दुल हलीम ने बताया कि युवक ने जहर खाकर आत्महत्या किया था। ऐसे मामले में परिजनों को चाहिए था कि वे पुलिस को इसकी जानकारी देते। अगर परिजनों द्वारा जानकारी दी गई होती तो स्थानीय थाने में एक यूडी केस दर्ज हो जाता और परिजनों पर किसी प्रकार का आरोप नहीं लगता। लेकिन परिजनों ने बिना पुलिस को घटना की सूचना दिए शव को जलाकर घटना को छुपाने का प्रयास किया। लिहाजा मामला संदिग्ध होने के कारण मृतक के पिता सहित परिवार के अन्य सदस्यों के विरुद्ध हत्या करने व शव छिपाने को लेकर मामला दर्ज किया जाएगा।

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