बिहार के सबसे बड़े सोना लूटकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बीते 23 नवंबर को हाजीपुर से 55 किलो सोना लूटकांड में पुलिस ने अबतक 12 किलो सोना बरामद कर लिया है।
वैशाली। 21 करोड़ के 55 किलो सोना लूटकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अब तक चली पुलिस की छापेमारी में 12 किलो सोना बरामद कर लिया गया है। जबकि शेष सोना के लिए पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपियों की निशानदेही पर छापेमारी कर रही है। इस मामले में पुलिस ने बिहार के एक युवक को गिरफ्तार को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए युवक की पहचान वैशाली थाने के जतकौली धर्मपुर निवासी धमेंद्र सहनी के रूप में हुई है। धमेंद्र के घर से मंगलवार को एक किलो सोना बरामद किया।
जल्द ही लूटा गया पूरा सोना होगा बरामद
मामले का खुलासा करते हुए वैशाली एसपी जगुनाथ रेड्डी ने बताया कि इस लूटकांड में शामिल बाइक के साथ बीते 2 दिसंबर को बिदुपुर रहिमापुर निवासी गणेश झा के पुत्र निशांत और हाजीपुर अनवरपुर निवासी आफताब आलम के पुत्र आशिफ को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के क्रम में इन दोनों आरोपियों ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी। जिसके बाद जांच में लगी टीम लूटकांड के मास्टरमाइंड धमेंद्र सहनी और वीरेंद्र शर्मा तक पहुंची। मामले का दूसरा मास्टरमाइंड वीरेंद्र अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। लेकिन एसपी ने जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लेने का दावा किया है।
तमिलनाडु में गिरफ्तार किया गया मास्टमाइंड
एसपी ने बताया कि निशांत और आशिफ की निशानदेही के बाद पुलिस धमेंद्र का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर रखा। धमेंद्र के मोबाइल का लोकेशन तमिलनाडु में मिला। जहां एसटीएफ टीम ने उसे गिरफ्तार किया। बिहार लाने के बाद उसके घर पर छापा मार कर एक किलो सोना बरामद किया। साथ ही धमेंद्र की निशानदेही पर ही एक अन्य अपराधी बिदुपुर के खपुरा निवासी धमेंद्र राय के घर के तीन किलो सोना बरामद किया गया। मामले में पुलिस पटना के बख्तियारपुर से आठ किलो सोना पहले ही बरामद कर चुकी है।
बिहार का सबसे बड़ा लूटकांड था ये
मंगलवार को एसपी जगुनाथ रेड्डी ने यह भी बताया कि लूटा गया सोना जिस बैग में लाया गया था उसे भी बरामद कर लिया गया है। बता दें कि 23 नवंबर को दिनदहाड़े हाजीपुर के मुथूट फाइनेंस ऑफिस से अपराधियों ने हथियार के दम पर 55 किलो सोना लूट लिया था। इसे बिहार के सबसे बड़ा लूट माना जाता है। इससे पहले मुजफ्फपुर में 33 किलो सोना लूट का मामला हुआ था।