पत्नी के कोरोना होने पर पति की सदमे से मौत, देखने तक नहीं आए गांव के लोग, 7 घंटे पड़ा रहा शव, फिर..

मृतक के पत्नी के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण गांव वाले शव का दाह संस्कार करने से मना कर दिए। नदी में शव को फेंक देने की बात कहने लगे। इसी क्रम में शव एंबुलेंस में लगभग सात घंटे तक पड़ा रहा। मृतक के साले के बहुत मिन्नत करने के बाद भी कोई शव को गाड़ी से उतारने के लिए कोई तैयार नहीं हुआ। इसके बाद रात में दूसरे गांव से एक व्यक्ति के पहुंचने पर शव को नीचे उतारा गया।

Asianet News Hindi | Published : Aug 10, 2020 1:52 PM IST

मुजफ्फरपुर (Bihar) । पत्नी के कोरोना से संक्रमित होने की खबर लगते ही पति की हार्ट अटैक से मौत हो गई। चिकित्सकों ने दो बार कोरोना की जांच किया। हर बार रिपोर्ट आने पर एंबुलेंस से शव को मृतक के गांव भेज दिया। वहीं, मृतक के पत्नी को कोरोना होने की बात कहते हुए गांव के लोगों ने एम्बुलेंस से शव को उतारने से मना कर दिया। हालांकि सात घंटे बाद किसी तरह शव को बाहरी लोगों ने उतरावाया। इतना ही नहीं गड्ढा खोदने के लिए कुदाल तक नहीं दिया। जिसके बाद किसी तरह हाथ से चंद लोगों ने उसके कब्र पर मिट्टी डाली। इतना ही नहीं, परिजनों ने मृतक की पत्नी को गांव के घर में घुसने नहीं दिया। अधिकारियों के सहयोग से पत्नी को तुर्की स्थित कोविड अस्पताल भेजा गया। मृतक के पुत्र के जयपुर रहने के कारण दोनों दामाद भी इस पूरी प्रक्रिया से दूर रहे।

यह है पूरा मामला
आनंदपुर गंगौलिया निवासी पति-पत्नी ने  सरैया सीएचसी में बुधवार को कोरोना का जांच कराया। जांच में पत्नी पॉजिटिव निकली, जबकि पति की रिपोर्ट निगेटिव आई। स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर शनिवार की सुबह सरकारी एंबुलेंस से पत्नी को एसकेएमसीएच भेजा गय। जहं इलाज शुरू होने से पहले ही पति की हार्ट अटैक से मौत हो गई। चिकित्सकों ने पुनः जांच में कोरोना निगेटिव बताते हुए शव को एंबुलेंस से घर भेज दिया।

शव तक उतारने नहीं आए लोग
मृतक के पत्नी के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण गांव वाले शव का दाह संस्कार करने से मना कर दिए। नदी में शव को फेंक देने की बात कहने लगे। इसी क्रम में शव एंबुलेंस में लगभग सात घंटे तक पड़ा रहा। मृतक के साले के बहुत मिन्नत करने के बाद भी कोई शव को गाड़ी से उतारने के लिए कोई तैयार नहीं हुआ। इसके बाद रात में दूसरे गांव से एक व्यक्ति के पहुंचने पर शव को नीचे उतारा गया।

इस तरह हुआ अंतिम संस्कार
बीडीओ सरैया डॉ. बीएन सिंह की पहल पर मुखिया ने एक जेसीबी से गहरा गड्ढा खोदावाया। बताते हैं कि गांव के किसी व्यक्ति ने कुदाल तक नहीं दिया,तो लोगों ने हाथ से ही गड्ढे में मिट्टी डाली। शनिवार की देर रात काफी तेज वर्षा होने के कारण शव का कुछ भाग दिखने लगा। इससे स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और सरैया तुर्की पथ में आनंदपुर गंगौलिया में श्मशान घाट के समीप सड़क जाम कर दिया। विधायक अशोक कुमार सिंह के अनुज मुन्ना सिंह, उपप्रमुख तारकेश्वर चौधरी, पंसस रमेश सिंह, बिन्नू ठाकुर के सहयोग से शव पर जेसीबी से मिट्टी डाला गया। इसके बाद यातायात शुरू हुआ।

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