आईआईटी खड़गपुर में इंजीनियरिंग फाइनल ईयर के स्टूडेंट और भागलपुर के रहने वाले चिंतन वत्स झा को जापान की कंपनी ने लाखों के पैकेज पर अपने साथ जोड़ा है। कोर्स पूरा कर चिंतन इसी कंपनी से नौकरी शुरू करेंगे।
भागलपुर। साल 2019 समाप्ति की ओर अग्रसर है। ऐसे में इस सत्र में अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले युवाएं नौकरी के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं। कई संस्थानों में कैंपस सलेक्सन के लिए नामी कंपनियों का आना शुरू हो चुका है। आईआईटी खड़गपुर में भी कैंपस सलेक्शन शुरू हो चुका है। वहां से मिली जानकारी के मुताबित अभी तक हुए सलेक्शन प्रोसेस में बिहार के एक युवक को सबसे अच्छे पैकेज पर नौकरी दी गई है। जापान की कंपनी सीबीएस टेक्नो लिमिटेड ने आईआईटी खड़गपुर के छात्र चिंतन वत्स झा को 37 लाख रुपए का पैकेज ऑफर किया है। चिंतन भागलपुर के रहने वाले है। उनके साथ और कई छात्रों का सलेक्शन हुआ है। लेकिन सबसे मोटा पैकेज चिंतन को मिला है।
माता-पिता की सालगिरह के दिन मिली खुशी
अपने सलेक्शन की की जानकारी देते हुए चिंतन ने बताया कि यह मेरे और मेरे परिवार के लिए भावुक करने वाला दिन था। जिस दिन मुझे सलेक्शन की जानकारी मिली, उसी दिन मेरे मां-बाबूजी की शादी का सालगिरह था। मेरी नौकरी उनके जीवन की अबतक का सबसे बड़ा एनिर्वसरी गिफ्ट रहा। चिंतन ने बताया कि वो अभी और पढ़ाई करना चाहते हैं। लेकिन अब नौकरी के साथ-साथ पढ़ाई की जाएगी। ताकि परिवार का सहारा भी बना जाए।
काम पूरा करने के लिए मिला 10 लाख
बता दें कि चिंतन इंजीनियरिंग फाइनल ईयर के स्टूडेंट हैं। कोर्स पूरा करने के बाद वो इस नौकरी को ज्वाई करेंगे। चिंतन के मोटे पैकेज के पीछे पढ़ाई के समय से ही उनका इनोवेशन में दिलचस्पी लेना रहा। पढ़ाई के दौरान ही चिंतन ने सटार्टअप के तहत नेत्रहीनों के लिए अलग तरह की मशीन का मॉडल तैयार किया। इस डिवाइस के लिए चिंतन को खूब सराहा गया। उन्हें पटना आईआईटी के इनबक्यूबेशन सेंटर से मंजूरी मिली और इस काम के लिए 10 लाख की स्वीकृति भी। चिंतन का यह काम जल्द पूरा होने वाला है।
नए-नए इनोवेशन पर फोकस हो रही कंपनियां
सलेक्शन में आई कंपनियों ने चिंतन को इस काम के पसंद किया। आखिरकार उन्हें जापानी कंपनी सीबीएस टेक्नो लिमिटेड ने 37 लाख रुपए के पैकेज का ऑफर दे दिया। इसके अलावा भी चिंतन को कई ऑफर मिले। लेकिन यह सबसे बड़ा ऑफर था। जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। बता दें कि मौजूदा समय में पढ़ाई के साथ नए-नए इनोवेशन पर कंपनियां ज्यादा फोकस हो रही है। ऐसे में पढ़ाई कर रहे बच्चों से उम्मीद की जाती है कि वो अपनी नियमित पढ़ाई के अलावा क्या कुछ नया किए।
प्रतीकात्मक फोटो