पत्नी ने घर के बर्तन बेचकर कराया था पति का अंतिम संस्कार, अचानक 3 महीने बाद जिंदा लौट आया वो


बिहार पुलिस का एक कारनामा और सामने आया है। पुलिस ने जिस युवक को मॉब लिंचिंग में मृत बताकर घरवालों से अंतिम संस्कार करवा दिया वह तीन महीने जिंदा निकला। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 17, 2019 2:19 PM IST / Updated: Nov 17 2019, 07:54 PM IST

पटना. बिहार पुलिस आए दिन अपनी लापरवाही और हरकतों की वजह से चर्चा में बनी रहती है। ऐसा ही एक कारनामा पुलिस का फिर सामने आया है। जिसकी वजह से विभाग की किरकिरी हो रही है। दरअसल 3 महीने पहले मॉब लिंचिंग मामले में पुलिस ने जिस युवक के मारे जाने की पुष्टि की थी, वह अब जिंदा लौट आया है। 

युवक निकला जिंदा, पर  23 लोगों को भेज दिया था जेल
दरअसल, बिहार के नौबतपुर इलाके के एक गांव में अगस्त के महीने में एक मॉब लिंचिंग की घटना हुई थी। जिसमें महमदपुर गांव के कृष्णा मांझी की हत्या के आरोप में पुलिस ने 23 लोगों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया था। अब पुलिसवालों की पोल खुली तो विभाग के अफसरों ने दावा किया कि शव की शिनाख्त तो कृष्णा की पत्नी ने की थी। मृतक के हाथ पर उसका नाम कृष्णा मांझी गुदा हुआ था, जिसकी पहचान पत्नी ने की थी। वह अपने पति को मरा मान चुकी थी। हम इसमे क्या कर सकते हैं। लापवाही की हद तो देखो, पुलिस ने लाश का अंतिम संस्कार तक मांझी के घरवालों से करवा दिया था  

कर्ज लेकर पति का कराया था श्राद्ध 
पति को जिंदा देख पत्नी ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिसवालों ने एक लाश दिखाकर कहा था- यही तुम्हारे पति हैं ध्यान से देख लो। में क्या करती उनका चेहरा साफ नहीं दिख रहा था। इसलिए पुलिस के कहने पर शव लेकर चली गई। मैंने घर के बर्तन बेचकर और कर्ज लेकर पति का श्राद्ध किया। प्रशासन और सरकार की ओर से कुछ नहीं मिला। 

नए सिरे होगी अब पूरी जांच
जब युवक जिंदा वापस लौटा तो एसएसपी गरिमा मलिक ने कहा- अब नए शिरे से मामले की जांच होगी। क्योंकि उस घटना में किसी एक श्ख्स की हत्या तो हुई थी। जब ही तो वहां पर वो लाश मिली थी। अब जांच का विषय यह है कि वो युवक कौन था जिसका घटनास्थल पर शव बरामद हुआ था। 

पुणे में मजदूरी कर रहा था वो
नौबतपुर एसएचओ सम्राट दीपक कुमार ने बताया, जब यह घटना हुई उस दौरान कृष्णा महाराष्ट्र के पुणे में मजदूरी करने के लिए गया हुआ था। जब पुणे में किसी जानने वाले युवक ने उसको बताया कि तुम्हारे घरवाले तुमको मरा मान चुके हैं। उन्होंने तुम्हारा अंतिम संस्कार भी कर दिया है। इसके साथ तु्म्हारी पत्नी भी तुमको मृत मान चुकी है। इसलिए वह अपने घर वापस आ गया। आने के बाद कृष्णा ने कहा-मेरे पास मोबाइल न होने की वजह से अपने घरवालों से संपर्क नहीं कर पाया था।

Share this article
click me!