स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मानसून सत्र से पहले सभी विधायकों से अपील है कि वह अपने पूरे परिवार सहित वैक्सीन लगवाएं। जिस विधायक को वैक्सीन नहीं लगी होगी, उसे विधानसभा में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।
पटना (बिहार). कोरोना महामारी के खिलाफ जारी जंग में वैक्सीन सबसे अहम हथियार है। कई राज्यों में तो वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। इसी बीच बिहार से बड़ी खबर सामने आई है, जहां बिहार विधानसभा स्पीकर ने सभी विधायकों के बिना वैक्सीन विधानसभा में एंट्री पर रोक लगा दी है। साफ शब्दों में कहा कि जिस विधायक को वैक्सीन लगी होगी उसे ही विधानसभा में प्रवेश करने की अनुमति होगी।
कोरोना वैक्सीन नहीं तो विधानसभा में एंट्री नहीं...
दरअसल, कुछ दिन बाद बिहार विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो सकता है, इसी लिए सुरक्षी के नजर से विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने यह आदेश निकाला है। उनका कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगना जरुरी है। क्योंकि वह हमारी सुरक्षा कवच है, ऐसे में जन प्रतिनिधि होने के चलते जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। इसलिए अब, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की डोज ली है, उन्हें ही विधानसभा में एंट्री दी जाएगी।
विधायकों से स्पीकर ने की एक और अपील
स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मानसून सत्र से पहले सभी विधायकों से अपील है कि वह अपने पूरे परिवार सहित वैक्सीन लगवाएं। क्योंकि आप ऐसा करेंगे तो जनता में उत्साह आएगा और लोग ज्याद से ज्यादा संख्या में टीके लगवाने के लिए जाएंगे। इसके अलावा स्पीकर ने विधायकों से आग्रह किया है कि वह अपने क्षेत्र की जनता को अपने सौजन्य से कम से कम 80 फीसदी लोगों को टीके लगवाएं। जिस विधानसभा में ऐसा किया जाएगा उस विधायक को सम्मानित किया जाएगा।
मुश्किल में पढ़ सकते हैं तेजस्वी और तेजप्रताप
बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष के इस फैसले से कई विधायकों को दिक्कत हो सकती है। लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कत प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को हो सकती है। क्योंकि दोनों भइयों को अभी तक कोई वैक्सीन लगी है। क्योंकि कुछ दिन पहले तेजस्वी यादव ने कहा था कि वह जब तक वैक्सीन नहीं लगवाएंगे तब तक राज्य में सभी लोगों को टीका नहीं लग जाएगा। यानि वह वैक्सीन लगवाने वाले सबसे अंतिम व्यक्ति होंगे। सूत्रों के मुताबिक, लालू परिवार के किसी भी सदस्य ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है।