
पटना (Bihar) । योग गुरु बाबा रामदेव के बयान लेकर आयुर्वेद बनाम एलोपैथ की लड़ाई तेज हो गई है। अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की बिहार यूनिट ने रविवार को हुई बैठक में बड़ा फैसला लिया है, जिसके मुताबिक बाबा रामदेव के खिलाफ प्रदेश के 50 थानों में केस दर्ज कराने का निर्णय लिया गया।
क्या है बयान का विवाद
बाबा रामदेव ने एक बयान में दावा किया था कि कोरोना के इलाज के दौरान इस्तेमाल हुईं रेमडेसिविर, फेवीफ्लू और DGCI से अप्रूव दूसरी ड्रग्स की वजह से लाखों लोगों की मौत हुई है। इस पर IMA उत्तराखंड ने लीगल नोटिस भेजकर लिखित रूप से माफी मांगने और ऐसा न करने पर 1000 करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति की मांग की थी। वहीं नेशनल यूनिट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रामदेव पर केस चलाने की मांग की थी।
इस कारण दर्ज कारएंगे केस
आईएमए बिहार के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार और राज्य सचिव डॉ. सुनील कुमार ने कहा है कि रामदेव ने एलौपेथ, वैक्सीनेशन और दवाओं के खिलाफ भ्रम फैलाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कोविड शहीदों का भी अपमान किया है। इस वजह से यह फैसला लिया गया है कि राज्य की अलग-अलग ब्रांच के सदस्य रामदेव के खिलाफ केस दायर करेंगे।
बिहार की राजनीति, सरकारी योजनाएं, रेलवे अपडेट्स, शिक्षा-रोजगार अवसर और सामाजिक मुद्दों की ताज़ा खबरें पाएं। पटना, गया, भागलपुर सहित हर जिले की रिपोर्ट्स के लिए Bihar News in Hindi सेक्शन देखें — तेज़ और सटीक खबरें Asianet News Hindi पर।