राज्यों की सीमा सील होने के बाद भी दूसरे राज्य में रह लोगों का बिहार आना जारी है। मधुबनी निवासी भोगेश्वर यादव रविवार को हरियाणा से अपने घर पहुंचा। खास बात यह है कि तीन राज्यों की सीमा पार कर पहुंचा भोगेश्वर पूरी तरह से फिट है। चेकअप के बाद डॉक्टर ने उसे घर में रहने की इजाजत दे दी है।
Prabhanshu Ranjan | Published : Apr 13, 2020 8:09 AM IST
मधुबनी। लॉकडाउन के कारण दिल्ली, गुड़गांव सहित अन्य प्रदेशों में रहने वाले बिहार के लोगों की रोजी-रोटी छिन गई है। ऐसे लोगों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। लॉकडाउन लगने के दो-तीन दिनों बाद ऐसे हजारों लोग पैदल व अन्य साधनों से बिहार पहुंचे थे। लेकिन बीते दिनों सीमा सील कर दिए जाने से ऐसे पहुंचने वाले लोगों की संख्या कम गई है। लेकिन अभी भी कुछ लोग जैसे-तैसे बिहार पहुंच रहे हैं। ताजा मामला बिहार के मधुबनी निवासी भागेश्वर यादव का है। जो सात दिनों में तीन राज्यों की सीमा पार कर रविवार को अपने घर पहुंचा।
10 सालों से गुड़गांव में चलाता था रिक्शा भागेश्वर यादव हरियाणा के गुड़गांव में रिक्शा चलाता था। वो वहां 10 वर्षों से रह रहा था। लेकिन लॉकडाउन के कारण रोजी-रोटी छिन जाने के बाद जब उसे खाने-पीन की दिक्कत हुई तो उसने अपना बोरिया-बिस्तर बांधा और घर के चल पड़ा। हालांकि योगेश्वर के साथ मुश्किल ये थी उसके पास एक रिक्शा और एक ठेला भी था। दोनों को लेकर घर आने में चुनौती थी। ऐसे में उसने अपने रिक्शे को ठेले से बांधा। फिर ठेले पर गैस सिलेंडर, बर्तन सहित अन्य सामान डाले और अकेले से उसे चलाते हुए हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश को पार करते हुए बिहार पहुंचा।
तीनों राज्यों में किया चेकभागेश्वर मधुबनी के लौकही थाना क्षेत्र के सोनवर्षा गांव वार्ड नंबर सात निवासी कपिल देव यादव का पुत्र है। रविवार को जब को घर पहुंचा तो सभी लोग उसे देख हैरान हो गए। उसके हरियाणा से आने की सूचना पर पुलिस पहुंची। उसे लौकही हॉस्पिटल लाया गया। जहां उसका चेकअप हुआ। फिर डॉक्टर ने उसमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं देख घर जाने की इजाजत दे दी। फिलहाल उसे होम क्वारेंटाइन में रहने की सलाह दी गई है। भागेश्वर ने बताया कि रास्ते में उसे हरियाणा सरकार, दिल्ली सरकार और यूपी में योगी सरकार ने चेक करवाया। फिर लौकही पुलिस ने लौकही हॉस्पिटल में चेक कराया।