राष्ट्रीय जनता दल के नेता व बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है। तेजस्वी ने तेज प्रताप यादव पर लगे कार्यकर्ता के पीटने के आरोप व पत्रकारों को मानहानि का नोटिस भेजे जाने के मामले में खुलकर बात की है।
पटना। राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashvi Yadav) ने अपने बड़े भाई तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) द्वारा एक जूनियर स्तर के पार्टी कार्यकर्ता पर कथित हमले के विवाद पर शनिवार को अपनी चुप्पी तोड़ी। तेजस्वी ने कहा कि उचित समय पर एक उचित कदम उठाया जाएगा। विपक्ष के नेता ने अपने गुस्से वाले भाई तेज प्रताप यादव द्वारा कई पत्रकारों को भेजे गए मानहानि के नोटिस को एक व्यक्तिगत मामले के रूप में खारिज कर दिया और टिप्पणी की कि जिन लोगों ने कोई गलत काम नहीं किया है, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है।
राजद संस्थापक लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के छोटे बेटे संगठन के सदस्यता अभियान के लिए शनिवार को पटना में राज्य मुख्यालय के बाहर पत्रकारों से बात कर रहे थे। तेज प्रताप के खिलाफ आरोपों के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में राजद नेता ने कहा कि हम वर्तमान में सदस्यता अभियान में व्यस्त हैं। लेकिन जो लोग मुझे अच्छी तरह से जानते हैं, वे जानते हैं कि तेजस्वी यादव उचित समय पर उचित कदम उठाते हैं।
तेजस्वी बोले: भाई और रामराज दोनों से की बात
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मामले के बारे में अपने भाई के साथ-साथ रामराज यादव से बात की है, जिन्होंने आरोप लगाया है कि तेज प्रताप ने पिछले हफ्ते राजद की इफ्तार पार्टी के दौरान उनकी पिटाई की थी, जो पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास के अंदर आयोजित की गई थी।
रामराज यादव ने आरोप लगाया था कि तेज प्रताप उन्हें एक सुनसान कमरे में ले गए और उनके गुर्गों ने उनके कपड़े उतार दिए और उनके साथ मारपीट की और पूरे प्रकरण का एक वीडियो राजद नेता ने अपने मोबाइल फोन पर शूट किया। हालांकि, तेजस्वी यादव ने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों से बात करने के बाद उनका निष्कर्ष क्या था।
मानहानि पर भी तेजस्वी ने की बात
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम से तेज प्रताप द्वारा नौ पत्रकारों को 50 करोड़ रुपये के हर्जाने के लिए भेजे गए मानहानि नोटिस के बारे में भी पूछा गया। उन्होंने कहा कि यह (तेज प्रताप का) निजी मामला है। मैं कहता हूं कि डरने की क्या बात है? अगर पत्रकारों ने कुछ गलत नहीं किया है तो उन्हें निडर होकर नोटिस का जवाब देना चाहिए।
अब लालू की रिहाई का इंतजार
नौ भाई-बहनों के बीच अपने पिता के पसंदीदा माने जाने वाले तेजस्वी यादव ऐसे समय में अपनी बात रखते हुए सामने आए हैं जब पार्टी अपने सर्वशक्तिशाली सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के आने का इंतजार कर रही है। लालू यादव को चारा घोटाले के मामलों में जमानत पर रिहा कर दिया गया है। फिलहाल वह चिकित्सकीय देखरेख के लिए नई दिल्ली में हैं। उधर, तेज प्रताप ने रामराज यादव द्वारा अपने आरोपों के सार्वजनिक होने के तुरंत बाद घोषणा की थी कि वह अपने पिता से मिलने पर अपना इस्तीफा सौंप देंगे।
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