ये वक्त बिहार में किसी भी पार्टी और नेता के लिए सबसे जरूरी समय है। लालू प्रसाद यादव के बिना पहले से ही जूझ रही आरजेडी के लिए तेजस्वी यादव पर कोरोना का साया किसी आपदा से कम नहीं है।
पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्य विपक्षी दल आरजेडी के अभियान पर कोरोना का साया पड़ता नजर आ रहा है। राज्य के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने खुद को घर में आइसोलेट कर लिया है। उनकी सारी मीटिंग्स कैंसल कर दी गई हैं। घर के बाहर सन्नाटा पसरा हुआ है। चुनाव के वक्त में जब सबसे ज्यादा सक्रिय होना चाहिए तेजस्वी को मजबूरन आइसोलेशन में जाना पड़ा है।
दरअसल, तेजस्वी के साथ साए की तरह रहने वाले उनके निजी सचिव संजय यादव कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं। संजय की कोरोना रिपोर्ट आने के बाद तेजस्वी पर भी इसका खतरा मंडराने लगा है। उनके आइसोलेशन में जाने के बाद पार्टी की परेशानी भी बढ़ गई है। ये पहला चुनाव होगा जब आरजेडी अपने अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बिना ही चुनाव मैदान में उतर रही है। न सिर्फ पार्टी का दारोमदार बल्कि महागठबंधन का पूरा जिम्मा तेजस्वी के कंधों पर है।
लालू के बिना बढ़ जाएंगी मुश्किलें
हालांकि अभी चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया है मगर ये समय पर ही होना तय है। ये वक्त बिहार में किसी भी पार्टी और नेता के लिए सबसे जरूरी समय है। लालू के बिना पहले से ही जूझ रही आरजेडी के लिए तेजस्वी पर कोरोना का साया किसी आपदा से कम नहीं है। माना जा रहा है कि तेजस्वी कोरोना टेस्ट के बाद ही आइसोलेशन से बाहर निकलेंगे। बताते चलें कि लालू यादव भ्रष्टाचार के मामले में झारखंड के रांची में सजा काट रहे हैं।
तेजस्वी के आइसोलेशन का क्या असर पड़ेगा
बहुत असर पड़ेगा। मीटिंग्स रुक जाएंगी। अभी महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर रोजाना अलग-अलग नेताओं के साथ तेजस्वी मीटिंग कर रहे थे। आज भी कांग्रेस के साथ उनकी जरूरी मीटिंग थी। इसके अलावा पार्टी नेताओं से भी रोजाना मीटिंग हो रही थी। चुनाव लड़ने के उम्मीदवारों के साथ मीटिंग और रणनीतियों पर चर्चा हो रही थी। सैकड़ों लोग पटना पहुंचकर उनसे मुलाकात कर रहे थे। अब इन सब चीजों पर ब्रेक लग जाएगा। तेजस्वी के होम आइसोलेशन में जाने के बाद उनके आवास के बाहर सन्नाटा पसर गया है।