रांची में लालू के बेटे तेजप्रताप यादव की वजह से टूटी गाइडलाइन, पुलिस ने 'रेड' मारा फिर किया केस दर्ज

रिम्स आने के बाद मुलाकात से पहले तेज प्रताप का कोरोना टेस्ट भी हुआ। घंटे भर की मीटिंग में लालू ने तेजप्रताप को कई हिदायतें दीं। रघुवंश प्रसाद सिंह मामले में फटकार भी लगाई।  

Asianet News Hindi | Published : Aug 28, 2020 6:17 AM IST / Updated: Sep 04 2020, 08:31 PM IST

पटना। आरजेडी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह पर टिप्पणी के बाद पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की पिता के सामने पेशी हुई थी। तेज प्रताप ने रांची पहुंचकर भ्रष्टाचार मामले में सजा काट रहे लालू से मुलाकात भी की। लेकिन उनकी वजह से एक ऐसी गलती भी हुई जिसमें रांची पुलिस ने मामला दर्ज किया है। 

आरजेडी विधायक तेजप्रताप बुधवार को सड़क मार्ग से रांची पहुंचे थे। उन्होंने यहां के चुटिया थाना क्षेत्र में मौजूद एक होटल कैपिटल रेजिडेंसी में कमरा लिया था। बंद होटल में तेजप्रताप के रुकने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की एक टीम होटल पहुंची और चेक करने पर पाया कि होटल के कमरा नंबर 507 में तेज प्रताप यादव ठहरे हुए हैं। 

होटल मालिक पर केस दर्ज 
इसके बाद रांची पुलिस ने होटल के मालिक और मैनेजर दुष्यंत कुमार पर नियमों को तोड़ने को लेकर मामला दर्ज कर लिया। मामला चुटिया थाना में धारा 188/ 34 के तहत  दर्ज हुआ है। दरअसल, कोरोना महामारी की वजह से होटलों को बंद रखने के सख्त आदेश मिले हैं। इसके बावजूद कैपिटल रेजिडेंसी में तेज प्रताप को ठहराया गया। बताते चलें कि रांची में हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा की गठबंधन सरकार है। आरजेडी भी हेमंत सरकार का हिस्सा है। 

 

लालू से मिलने से पहले हुआ कोरोना टेस्ट 
तेज प्रताप ने गुरुवार को लालू से मुलाकात की। रिम्स आने के बाद मुलाकात से पहले उनका कोरोना टेस्ट हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक रघुवंश पर बयान की वजह से लालू ने तेजप्रताप को फटकार लगाई। घंटे भर की मीटिंग में लालू ने तेजप्रताप को कई हिदायतें भी दीं। 

रघुवंश को बताया था लोटे का पानी 
इससे पहले रघुवंश के इस्तीफे के सवाल पर तेज प्रताप ने कहा था कि वो लोटे का पानी हैं और समुद्र से एक लोटा पानी चले जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। इसी बयान पर लालू बेहद नाराज बताए गए। हालांकि बाद में तेज प्रताप ने बयान पर सफाई दी और कहा कि उनकी रघुवंश चाचा से बात हुई है। वो बीमार हैं नाराज नहीं। रघुवंश, लालू के बहुत करीबी रहे हैं। लालू ने अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। रघुवंश प्रसाद पार्टी में पूर्व सांसद रामा सिंह की एंट्री का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। 

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