पिछले 6 माह से आतंक का पर्याय बने आदमखोर बाघ का आखिरकार अंत हो गया। बिहार पुलिस व एसटीएफ के जवानों ने उसे मार गिराया। उसे मारने के लिए एक दिन पहले ही चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से आदेश मिला था।
बगहा (Bihar). पिछले 6 माह से आतंक का पर्याय बने आदमखोर बाघ का आखिरकार अंत हो गया। बिहार पुलिस व एसटीएफ के जवानों ने उसे मार गिराया। उसे मारने के लिए एक दिन पहले ही चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से आदेश मिला था। शुरुआत में उस बाघ को पकड़ने के लिए हस संभव कोशिश की गई थी लेकिन जब उसका रेस्क्यू नहीं किया जा सकता तो उसे मारने के लिए आदेश लिया गया।
वीटीआर ( VTR) से निकलकर बाघ ने बीते कुछ से रिहायशी इलाके में आतंक मचा रखा था। अब तक 9 लोगों को मार चुका था। एक दिन पहले ही नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने उसे गोली मारने के आदेश जारी किए थे। इसके लिए शूटर्स और नेपाल से विशेषज्ञों की टीम भी बुलाई गई। हालांकि, वन विभाग के अधिकारी बाघ को ट्रैंकुलाइज कर रेस्क्यू करने की कोशिश कर रहे थे। बीते 27 दिन तक अलग-अलग जगहों पर रेस्क्यू अभियान भी चलाया गया था, लेकिन आदमखोर बाघ हर बार टीम को चकमा देकर निकल जा रहा था। शनिवार को आदमखोर बाघ मारा गया। बिहार पुलिस और एसटीएफ के शूटरों ने बाघ को मार गिराया । लगभग 7 घंटे तक ये ऑपरेशन चला।
स्वचालित हथियारों से लैश जवानों ने किया एनकाउंटर
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के रघिया रेंज में शनिवार को हुए बाघ के एनकाउंटर के बाद स्थानीय लोगों को राहत मिली है। उसके शव को स्थानीय लोगों को भी दिखाया गया। गौरतलब है कि लोग बाघ के डर से अपने बच्चों को बाहर नहीं भेज रहे थे। गांव के लोगों ने खेत जाना बंद कर रखा था। इस नरभक्षी को मारने के लिए जिस सात सदस्यीय टीम का गठन किया गया है उसमें बगहा, बेतिया व मोतिहारी एसटीएफ तथा जिला पुलिस के तेज तर्रार जवानों को शामिल किया गया था। उन्हें अत्याधुनिक असलहे दिए गए थे। वीटीआर की गाड़ी में सवार होकर वे बाघ को मारने पहुंचे थे।
आदमखोर ने महज 72 घंटे में ली थी 4 लोगों की जान
बाघ के लगातार हो रहे हमले से वीटीआर से सटे गांवों में लोग खौफजदा थे। बाघ ने इसी हफ्ते बुधवार देर रात घर में सो रही एक 12 साल की बच्ची को मार दिया। शुक्रवार सुबह भी उसने रामनगर में शौच पर गए एक शख्स पर पीछे से हमला कर दिया, जिसमें उसकी मौत हो गई। फिर शनिवार सुबह बलुआ गांव में चारा काटने गई महिला और उसके बेटे पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया था।