अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन के लिए 5 अगस्त की तारीख निर्धारित की गई है। इसके लिए लोगों ने चंदा भी देना शुरू कर दिया है। राम मंदिर के लिए पटना के महावीर ट्रस्ट ने भी मंदिर निर्माण पूर्ण होने तक हर साल 2 करोड़ रुपए सहयोग राशि देने का ऐलान किया है
पटना(Uttar Pradesh). अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन के लिए 5 अगस्त की तारीख निर्धारित की गई है। इसके लिए लोगों ने चंदा भी देना शुरू कर दिया है। राम मंदिर के लिए पटना के महावीर ट्रस्ट ने भी मंदिर निर्माण पूर्ण होने तक हर साल 2 करोड़ रुपए सहयोग राशि देने का ऐलान किया है।पहली किश्त के तौर पर 2 करोड़ रुपए का चेक राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंपा जा चुका है। ट्रस्ट का मानना है कि तीन से चार साल में मंदिर निर्माण पूरा हो जाएगा। इस दौरान हर साल 2 करोड़ रुपए दिए जाते रहेंगे।
महावीर ट्रस्ट के महासचिव किशोर कुणाल ने बताया- चार साल तक ट्र्स्ट हर साल 2 करोड़ रुपए देगा। इसको पैसे को ट्र्स्ट के अकाउंट में रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर निर्माण का शुभारंभ करने आ रहे हैं। ट्रस्ट मानता है कि मंदिर निर्माण तीन-चार साल में पूरा हो जाएगा। कुणाल किशोर पूर्व आईपीएस अफसर हैं। मंदिर विवाद केस को सुलझाने में उनका भी योगदान है। वे कहते हैं कि महावीर ट्रस्ट पटना ने यहां रामायण शोध संस्थान का प्रोजेक्ट तैयार किया है। यह अमांवा मंदिर परिसर में राम मंदिर ट्रस्ट से विचार-विमर्श के बाद शुरू किया जाएगा। इसकी लाइब्रेरी में दुर्लभ पुस्तकों का संग्रह और रामायण से जुड़े दस्तावेज रखे जाएंगे। रामायण पर शोध कार्य भी होगा। हालांकि, यह काम कोरोना महामारी के खत्म होने के बाद ही शुरू किया जा सकेगा।
यहां होगी मंदिर से जुड़े लोगों के भोजन की व्यवस्था
कुणाल के मुताबिक, राम जन्म भूमि के 70 एकड़ परिसर के करीब अमांवा मंदिर है। इसकी व्यवस्था महावीर स्थान न्यास समिति करती है। राम मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को यहां बिना पैसे लिए भोजन कराया जाता है। इसे राम रसोई नाम दिया गया है। यह जनवरी में शुरू की गई थी। कोरोना संकट के दौरान रसोई से करीब 80 हजार लंच पैकेट बांटे गए। अब तक दो लाख लोग यहां भोजन ग्रहण कर चुके हैं। अब मंदिर निर्माण शुरू होगा तो लोग ज्यादा आएंगे। ऐसे में राम रसोई का बजट भी बढ़ेगा।
3 करोड़ है सालाना बजट
अमांवा मंदिर की राम रसोई के प्रभारी आर शेषाद्रि के मुताबिक, राम रसोई का फिलहाल सालाना बजट 3 करोड़ रुपए है। अब तक 52 लाख 40 हजार रुपए खर्च हो चुके हैं। राम रसोई में सभी प्रांतों के व्यंजन तैयार किए जाते हैं। जिससे हर प्रांतों से आने वाले श्रद्धालुओं का राम रसोई से रिश्ता जुड़ सके।