चीन समेत पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस के खौफ में है। चीन में हजारों लोगों की मौत इस बीमारी से हो चुकी है। जबकि हजारों पीड़ित है। इस बीमारी की रोकथाम के लिए अभी तक कोई दवा अथवा टीका नहीं मिला है। दूसरी और इस जानलेवा बीमारी के तीन संदिग्ध मरीज बिहार के पूर्णिया जिले के मिले है।
पूर्णिया। चीन के वुहान शहर से निकल कर कोरोना वायरस बिहार के पूर्णिया पहुंच गया है और इसने शहर के तीन बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया है। स्वास्थ्य विभाग ने तीनों को कोरोना के संदिग्ध होने की पुष्टि की है। बीमारी के तीनों संदिग्ध चीन के वुहान में रहकर पढ़ाई करते थे। फिलहाल इसमें से एक छात्र का इलाज दिल्ली में तो दूसरे का इलाज मुंबई और तीसरे का इलाज बैंगलोर में चल रहा है। बता दें कि कोरोना से अबतक 1350 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 60 हजार से ज्यादा लोग इससे संक्रमित बताए जा रहे है।
केहाट, माधोपाड़ा व पूर्णिया पूर्व के रहने वाले
सिविल सर्जन डॉ. मुधसुदन प्रसाद ने बताया कि तीन में से दो संदिग्ध शहरी क्षेत्र का है। उन्होंने बताया कि एक संदिग्ध शहर के वार्ड दो स्थित केहाट थाना क्षेत्र का रहने वाला है जबकि दूसरा वार्ड 28 के माधोपाड़ा और तीसरा जिले के पूर्णिया पूर्व प्रखंड का निवासी है। बता दें कि कोरोना से बचाव के लिए बिहार स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी और एलर्ट जारी कर रखा है। इसके तहत सभी अस्पतालों में जरूरी सुविधाओं का होना आवश्यक है। आपात स्थिति में संदिग्ध मरीज को तुरंत रेफर किए जाने का निर्देश दिया गया है।
तीनों आइसोलेशन में भर्ती
सीएस ने बताया कि तीनों संदिग्धों को शहर के तीनों अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। जहां उनके स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। सीएस डॉ. प्रसाद ने बताया कि उनमें वायरस होने की पुष्टि नहीं हुई लेकिन वुहान से लौटने की वजह से उन्हें संदिग्ध मान कर उनकी जांच की जा रही है। जानकारी के अनुसार उन्हें 14 दिनों तक अभी डिटेंशन में रहना है और वायरस नहीं होने की पुष्टि होने के बाद ही घर आने दिया जाएगा। फिलवक्त उकने माता पिता बच्चों से मिलने के लिए देश के अलग-अलग अस्पताल रवाना हो गए है।