कोरोना संक्रमण पर लगाम के लिए बिहार सहित पूरे देश में लॉकडाउन है। इस दौरान कई तरह के आवागमन पर रोक है। आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग वैध पास पर ही आवाजाही कर रहे हैं। लेकिन लॉकडाउन बिहार पुलिस के लिए कमाई का बड़ा जरिया बन गया है।
नवादा। हाफ पैंट, टी-शर्ट पहने हाथ में डंडा लिए दिख रहा ये शख्स बिहार पुलिस का जवान है। ये वो जवान है, जो बिहार के हजारों जवानों की मेहनत को अपने मामूली स्वार्थ के लिए दागदार कर रहा था। यूं तो लॉकडाउन कोरोना से बचाव के लिए लागू किया गया था। लेकिन बिहार के कई जिलों में ये पुलिस की कमाई का बड़ा जरिया बन गया। मालूम हो कि लॉकडाउन में वैध पास के बिना आवाजाही प्रतिबंधित है। ऐसी स्थिति में यदि कोई बिना वाहन चालक बिना पास के पकड़ाता है तो उसपर फाइन लगाया जाता है।
500-500 रुपए लेकर छोड़ रहे वाहन
नियमानुसार फाइन की रकम ज्यादा है। लिहाजा बाइक सवार लोग पुलिस की जेब गरम करते हुए इस फाइन से बचकर निकल जाते हैं। ये खेल बिहार के कई जिलों में खेला जा रहा है। लेकिन इस खेल का वीडियो अब सामने आया है बिहार के नवादा जिले से। जहां पुलिस के अवैध वसूली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में पुलिस के जवान सादे ड्रेस में दिख रहे हैं।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि जवान फाइन के बदले 500-500 रुपए लेकर गाड़ी को छोड़ रहे हैं। साथ ही वाहन चालक को अपना नंबर भी दे रहे हैं, ताकि आगे कोई पुलिस वाला पकड़े तो वो बच सके।
वीडियो वायरल होते ही दोनों जवानों पर गिरी गाज
सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर लोगों से अवैध वसूली का वीडियो वायरल होने के बाद तुरंत जिला प्रशासन हरकत में आया और वीडियो में दिख रहे दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया। बताया जाता है कि वीडियो में दिख रहा पुलिस का जवान नवादा के सीतामढ़ी थाना के सहायक अवर निरीक्षक रामाधार प्रसाद यादव और सिपाही भूपेन्द्र यादव हैं। मामले की जांच के बाद आरोप सही पाये जाने पर रजौली के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार ने पुलिसकर्मियों के निलंबन की अनुशंसा की। जिसके बाद नवादा एसपी हरि प्रसाथ एस ने आरोपित पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा रहा है।