अक्षय कुमार की 'लक्ष्मी' का निकला दम, न हॉरर न कॉमेडी, कमजोर कहानी के कारण निराश करती है फिल्म

आखिरकार विवादों के बाद अक्षय कुमार (akshay kumar) की फिल्म बदले हुए नाम लक्ष्मी (laxmii) के साथ रिलीज हुई। डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुई फिल्म को लेकर जबरदस्त हाइप थी। लक्ष्मी साउथ की सुपरहिट फिल्म कंचना का रीमेक थी लेकिन फिल्म हॉरर और कॉमेडी दोनों ही मामले में पूरी तरह से निराश करती है। फिल्म को बहुत ही कमजोर ढंग से पेश किया गया है। अक्षय ने पूरी शिद्दत के साथ काम लेकिन फिर भी फिल्म ने सभी को निराश किया। फिल्म में सिर्फ अक्षय का नया रूप ही एक्स फैक्टर है बाकी फिल्म फीकी है। कियारा का किरदार कुछ खास करता नजर नहीं आया।

Asianet News Hindi | Published : Nov 10, 2020 5:04 AM IST

मुंबई. आखिरकार विवादों के बाद अक्षय कुमार (akshay kumar) की फिल्म बदले हुए नाम लक्ष्मी (laxmii) के साथ रिलीज हुई। डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुई फिल्म को लेकर जबरदस्त हाइप थी। लक्ष्मी साउथ की सुपरहिट फिल्म कंचना का रीमेक थी लेकिन फिल्म हॉरर और कॉमेडी दोनों ही मामले में पूरी तरह से निराश करती है। फिल्म को बहुत ही कमजोर ढंग से पेश किया गया है। अक्षय ने पूरी शिद्दत के साथ काम लेकिन फिर भी फिल्म ने सभी को निराश किया। फिल्म में सिर्फ अक्षय का नया रूप ही एक्स फैक्टर है बाकी फिल्म फीकी है। कियारा का किरदार कुछ खास करता नजर नहीं आया। 


लक्ष्मी की कहानी
फिल्म में अक्षय आसिफ का किरदार निभा रहे हैं। आसिफ एक ऐसा व्यक्ति हैं जो तर्क और विज्ञान में विश्वास रखता है। इसी बीच वो एक किन्नर भूत के बस में आ जाता है। शरद केलकर ने किन्नर भूत की भूमिका निभाई है। फिल्म की शुरुआत हंसी-मजाक से होती हैं। आगे चलकर एक अंधेरे रहस्य का पता चलता है। फिल्म में कोई किरदार जो सभी को मात दे रहा है, वो है शरद केलकर का। शरद को ट्रेलर में नहीं दिखाया गया था। वे फिल्म में सरप्राइज पैकेज की तरह सामने आए हैं। 


फिल्म का रिव्यू
फिल्म की शुरुआत अक्षय और उनकी पत्नी बनी कियारा आडवाणी के माता-पिता की 25वीं सालगिरह से होती है। दोनों को उनकी मां सालगिरह पर घर बुलाती हैं। कियारा के बड़े भाई की भूमिका मनु ऋषि और भाभी का रोल अश्विनी कालसेकर ने निभाया है। अक्षय एक मुस्लिम व्यक्ति आसिफ का किरदार निभा रहे हैं, जिसे कियारा का परिवार बड़ी मुश्किल से स्वीकार करता है, लेकिन ये बात इतनी महत्वपूर्ण नहीं थी। आसिफ  25वीं सालगिरह के मौके पर घर आता है और सभी के दिलों को जीत लेता है और फिर उसका सामना किन्नर भूत से होता है.।


कमजोर कहानी
अक्षय को लक्ष्मी के रूप में देखना रोंगटे खड़े करने वाला है। अक्षय की चाल, डायलॉग, एक्सप्रेशन सभी को रोक के रखने वाले थे। फिल्म में अक्षय के रोल को देखना ही सबसे मजेदार है। फिल्म में डरा देने वाले सीन काफी कम हैं, लेकिन जो लोग जरा भी हॉरर फिल्में नहीं देखते उनको शायद ये सीन थोड़े डरावने लगें। फिल्म हॉरर से ज्यादा कॉमेडी लग रही है। फिल्म में कॉमिक सीन भी ज्यादा नहीं हैं। कहीं न कहीं अच्छी कॉमेडी के तौर पर ये फिल्म नहीं उभरी है। फिल्म की कहानी कमजोर नजर आई और डायलॉग भी दमदार नहीं है।


एनर्जेटिक गाना
फिल्म के गानों की बात करें तो सिर्फ एक ही गाना बम भोले एनर्जेटिक लगता है। इसमें अक्षय ने लाल साड़ी पहनकर बेहतरीन डांस किया है। ये गाना 5 मिनट लंबा है। 2 घंटे 21 मिनट की इस फिल्म के डायरेक्टर राघव लॉरेंस है। फिल्म में अक्षय कुमार, कियारा आडवाणी, आयशा रजा मिश्रा, शरद केलकर, तरुण अरोरा, अश्विनी कालसेकर, मनु ऋषि चड्ढा, राजेश शर्मा लीड रोल में हैं।

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