
मुंबई. सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद बॉलीवुड दो खेमे में बंट सा गया है। कोई इस आत्महत्या को नेपोटिज्म से जोड़ रहा है तो अलग ही बात कर रहा है। एक्टर की मौत के बाद इंडस्ट्री समेत दुनियाभर में नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) और डिसक्रिमिनेशन पर बहस काफी तेज हो गई है। ऐसे में आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान ने इस मामले पर अपना रिएक्शन दिया है। सोनी ने पूछा कि वो लोग जो नेपोटिज्म को लेकर हल्ला मचा रहे हैं, वो अपने बच्चों का सपोर्ट नहीं करेंगे अगर उनके खुद के बच्चे इंडस्ट्री में काम करना चाहेंगे।
डायरेक्टर ने किया था ये ट्वीट
दरअसल, हाल ही में फिल्म निर्देशक हंसल मेहता ने ट्वीट कर लिखा था कि नेपोटिज्म की इस बहस को और ज्यादा व्यापक होना चाहिए। मेरिट सबसे ज्यादा देखी जाती है। उनके बेटे को दरवाजे के भीतर कदम रखने दिया गया उनकी वजह से। और क्यों नहीं? लेकिन वो सर्वश्रेष्ठ काम का अहम हिस्सा रहा है क्योंकि वो टैलेंटेड है, डिसिप्लिन है, मेहनती है और उसमें भी उनके जैसे गुण हैं, इसलिए नहीं कि वो उनका बेटा है।
हंसल ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि वो फिल्में इसलिए नहीं बनाएगा क्योंकि वो उन्हें प्रोड्यूस करेंगे, बल्कि इसलिए बनाएगा क्योंकि वो उन्हें डिजर्व करता है। वो अपना करियर सिर्फ तब बना पाएगा अगर वो सर्वाइव कर सकेगा। वह खुद अपना करियर बनाने वाला है न कि उसके पिता। डायरेक्टर की छाया उसका सबसे बड़ा फायदा हो सकती है तो सबसे बड़ा नुकसान भी।
सोनी राजदान ने किया ये ट्वीट
हंसल मेहता के इन ट्वीट्स पर रिप्लाई करते हुए सोनी राजदान ने लिखा, 'आप किसके बेटे या बेटी हैं इसके चलते लोगों को उम्मीदें और ज्यादा बढ़ जाती हैं। साथ ही जो लोग नेपोटिज्म को लेकर हल्ला मचा रहे हैं। वो भी आने वाले कल में माता-पिता बनेंगे ऐसे में अगर उनका बच्चा इंडस्ट्री में काम करना चाहेगा तो क्या वो उसे मना कर देंगे। सपोर्ट नहीं करेंगे?'