अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को शुक्रवार को इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म आर्काइव (FIAF) का अवॉर्ड दिया गया था। बिग बी ने खुद ट्विटर पर अवॉर्ड सेरेमनी से कुछ फोटोज शेयर की है। इन फोटोज में अमिताभ अवॉर्ड लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। अमिताभ भारतीय फिल्मों के संरक्षण के लिए एक म्यूजियम बना रहे हैं। फिल्म संरक्षण के काम को बढ़ावा देने के लिए उन्हें इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म आर्काइव (FIAF) का अवॉर्ड दिया गया है। वे पहले भारतीय हैं, जिन्हें यह अवॉर्ड मिला है। 19 मार्च की शाम एक वर्चुअल सेरेमनी में यह अवॉर्ड दिया गया।
मुंबई. अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को शुक्रवार को इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म आर्काइव (FIAF) का अवॉर्ड दिया गया था। यह अवॉर्ड उन्हें फिल्म संरक्षण के काम को बढ़ावा देने के लिए मिला है। बिग बी ने खुद ट्विटर पर अवॉर्ड सेरेमनी से कुछ फोटोज शेयर की है। इन फोटोज में अमिताभ अवॉर्ड लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने इस सम्मान के लिए FIAF, अमेरिकन फिल्म प्रोड्यूसर डायरेक्टर मार्टिन स्कॉर्सेसी और फिल्म लेखक क्रिस्टोफर नोलन को धन्यवाद भी किया है। फोटो शेयर कर अमिताभ ने लिखा- FIAF अवॉर्ड 2021 पाने पर मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। समारोह में मुझे पुरस्कार देने के लिए मैं FIAF, मार्टिन स्कॉर्सेसी और क्रिस्टोफर नोलन धन्यवाद देता हूं। भारत की फिल्म विरासत को बचाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता अटल है। फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन हमारी फिल्मों को बचाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन बनाने के अपने प्रयासों को जारी रखेगा।
अमिताभ भारतीय फिल्मों के संरक्षण के लिए एक म्यूजियम बना रहे हैं। फिल्म संरक्षण के काम को बढ़ावा देने के लिए उन्हें इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फिल्म आर्काइव (FIAF) का अवॉर्ड दिया गया है। वे पहले भारतीय हैं, जिन्हें यह अवॉर्ड मिला है। 19 मार्च की शाम एक वर्चुअल सेरेमनी में यह अवॉर्ड दिया गया। इस दौरान अमिताभ ने कहा कि पत्नी जया बच्चन की सलाह पर वे 2015 में पुरानी फिल्मों के संरक्षण से जुट गए थे। उन्होंने लगभग 60 पुरानी फिल्में रीस्टोर कर रखी हैं। वे पुरानी फिल्मों के रीस्टोरेशन के लिए अक्सर अपील भी करते रहते हैं। अमेरिकन फिल्म प्रोड्यूसर डायरेक्टर मार्टिन स्कॉर्सेसी और फिल्म लेखक क्रिस्टोफर नोलन भी प्रोग्राम में मौजूद थे।
क्रिस्टोफर नोलन ने अमिताभ के साथ हुई अपनी एक मुलाकात को याद करते हुए कहा- कुछ साल पहले फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के एक कार्यक्रम में मुझे भारतीय सिनेमा के लिविंग लीजेंड से मिलने का मौका मिला था। फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के एम्बेसडर के रूप में अमिताभ ने फिल्मों के संरक्षण में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। यही वजह है कि FIAF की कार्यकारी समिति ने सर्वसम्मति से उनको इस साल का अवॉर्ड देने के लिए वोट किया था।
अमिताभ का नाम इस अवॉर्ड के लिए फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन द्वारा नामांकित किया गया था, जो फिल्म निर्माता और आर्काइविस्ट शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर द्वारा स्थापित एक गैर लाभकारी संगठन है, जो भारत की फिल्मी विरासत के संरक्षण, रेस्टोरेशन, प्रलेखन, प्रदर्शनी और अध्ययन के लिए काम कर रही हैं। सेरेमनी में अमिताभ ने कहा- जब कोई ऐतिहासिक इमारत, चित्र या किसी कलाकृति के संरक्षण की बात होती है तो ऐसा सवाल किसी के मन में नहीं आता, तो फिर फिल्मों के बारे में भी ये नहीं होना चाहिए। आखिर फिल्में भी एक मूविंग हेरिटेज हैं। जो कुछ भी हमने रचा है, उसे संभालना भी हमारी जिम्मेदारी है। बता दें कि अमिताभ से पहले यह अवॉर्ड मार्टिन स्कॉर्सेस (2001), मनोएल डी ओलिवेरा (2002), इंगमार बर्गमैन (2003), गेराल्डिन चैपलिन (2004), माइक लेह (2005), हौसियो -सिएन (2006), पीटर बोगडानोविच 2007), जीन-पियरे और ल्यूक डार्डेन (2016), क्रिस्टोफर नोलन (2017), एपिचातपोंग वीरसेथाकुल (2018), जीन-ल्यूक गोडार्ड (2019), और वाल्टर सेलेस (2020) को मिल चुका है।