पूर्व क्रिकेटर फारुख इंजीनियर ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली सेलेक्शन कमिटी पर सवाल खड़े करते हुए उन्हें काफी खरी-खोटी सुनाई। इतना ही नहीं उन्होंने इसमें विराट कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा का नाम घसीटते हुए ये तक कह दिया कि वर्ल्डकप के दौरान सेलेक्टर्स अनुष्का के 'चाय के कप' उठा रहे थे।
मुंबई। पूर्व विकेट कीपर और बल्लेबाज फारुख इंजीनियर ने हाल ही में टीम इंडिया के सेलेक्टर्स पर जमकर हमला बोला। फारुख इंजीनियर ने एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली सेलेक्शन कमिटी पर सवाल खड़े करते हुए उन्हें काफी खरी-खोटी सुनाई। इतना ही नहीं उन्होंने इसमें विराट कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा का नाम घसीटते हुए ये तक कह दिया कि वर्ल्डकप के दौरान सेलेक्टर्स अनुष्का के 'चाय के कप' उठा रहे थे। फारुख इंजीनियर के इस बयान के बाद अब अनुष्का ने चुप्पी तोड़ते हुए अपनी बात कही है। अनुष्का ने सोशल मीडिया पर एक लंबी पोस्ट लिखते हुए अपने ऊपर लगे सभी आरोपों पर करारा जवाब दिया है।
क्या बोलीं अनुष्का शर्मा :
अनुष्का ने ट्विटर पर लंबी-चौड़ी पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने खुद पर लगे इल्जामों को बेबुनियाद बताया है। अनुष्का ने कहा, 'मुझे हमेशा लगता था कि गलत और झूठी अफवाह पर चुप्पी रखना सही होता है और इसी तरह मैंने अपने 11 साल के करियर को हैंडल किया है। मुझे हमेशा अपनी चुप्पी में सच और गरिमा की झलक मिली है। कहावत है कि अगर एक झूठ को बार-बार बोला जाए तो वो सच लगने लगता है और मुझे डर है कि मेरे साथ भी यही हो रहा है। मेरे कुछ न बोलने की वजह से लोग मेरे बारे में गढ़े गए झूठ को भी सच मान रहे हैं, पर अब ये सब नहीं होने वाला।
विराट की खराब परफॉर्मेंस के लिए भी मुझे दोषी ठहराया गया :
मैं तब भी चुप रही जब मेरे ब्वॉयफ्रेंड और अब पति विराट कोहली की खराब परफॉर्मेंस के लिए भी मुझे ही दोषी ठहराया गया। यहां तक कि मेरा नाम कई झूठी कहानियों में छापा गया और यह भी बताया गया कि मैं बोर्ड की बंद कमरों में होने वाली मीटिंग्स में शामिल होकर सिलेक्शन प्रोसेस को प्रभावित करती हूं। इतना ही नहीं, मुझ पर यह इल्जाम भी लगाया गया कि कैसे विदेशी टूर पर मैं अपने पति के साथ निर्धारित समय से ज्यादा वक्त तक रही हूं, जबकि सच ये है कि मैंने हमेशा प्रोटोकॉल का पालन किया है। लेकिन फिर भी मैं चुप रही।
चाय सर्व करने वाली बात पर ये बोलीं अनुष्का :
अनुष्का ने आगे लिखा, 'कई बार ये भी कहा गया कि मेरे टिकट या सिक्योरिटी का खर्च क्रिकेट बोर्ड उठाता है, जबकि मैं क्रिकेट मैच और फ्लाइट की टिकट खुद खरीदती थी। बावजूद इसके मैंने कभी शिकायत नहीं की। लेकिन सबसे बड़ा और ताजा झूठ तो ये है कि वर्ल्ड कप मैच के दौरान टीम इंडिया के सेलेक्टर्स ने मुझे चाय सर्व की थी। बता दूं कि मैं वर्ल्ड कप का सिर्फ एक मैच देखने गई थी और वह भी फैमिली बॉक्स में बैठकर देखा था।
कोई बदनाम करे तो पहले सबूत दे :
बहुत हो चुका। अब मैंने अपनी चुप्पी तोड़ने का फैसला किया है, क्योंकि किसी की चुप्पी को उसकी कमजोरी नहीं समझना चाहिए। अगली बार अगर कोई मुझे या मेरे पति को बदनाम करता है तो उसे पूरे तथ्यों और सबूतों के आधार पर करना होगा। मैंने बड़े सम्मान के साथ अपना करियर बनाया है और मैं इसमें किसी भी तरह का समझौता नहीं कर सकती। मेरे लिए इस तरह की बातों पर कर पाना थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि मैं सेल्फ मेड और आजाद ख्याल की महिला हूं, जो सिर्फ एक क्रिकेटर की पत्नी बनी है।
और अंत में बता दूं, मैं कॉफी पीती हूं...