सलमान खान (Salman Khan) को मुंबई एयरपोर्ट पर रोक कर चेकिंग करने वाले सीआईएसएफ जवान को ईमानदारी से ड्यूटी निभाने पर सजा नहीं बल्कि ईनाम मिला है। इसके साथ ही CISF ने उस खबर को भी पूरी तरह से गलत बताया है, जिसमे कहा गया था कि सलमान को रोकने के बाद प्रोटोकॉल उल्लंघन के मामले में उस जवान (सोमनाथ मोहंती) का मोबाइल जब्त कर लिया गया था।
मुंबई। सलमान खान (Salman Khan) को मुंबई एयरपोर्ट पर रोक कर चेकिंग करने वाले सीआईएसएफ जवान को ईमानदारी से ड्यूटी निभाने पर सजा नहीं बल्कि ईनाम मिला है। इसके साथ ही CISF के अधिकारियों ने उस खबर को भी पूरी तरह से गलत बताया है, जिसमे कहा गया था कि सलमान को रोकने के बाद प्रोटोकॉल उल्लंघन के मामले में उस जवान (सोमनाथ मोहंती) का मोबाइल जब्त कर लिया गया था। CISF ने अपने ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट करते हुए सारी बातें साफ कर दी हैं।
सीआईएसएफ (CISF) ने एक न्यूज पोर्टल की खबर पर आपत्ति जताते हुए ट्वीट में कहा- इस ट्वीट में बताया गया कंटेंट गलत है और यह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है। हकीकत ये है कि इस मामले से जुड़े अधिकारी को पूरी ईमानदारी के साथ अपनी ड्यूटी करने और प्रोफेशनल रवैया रखने के लिए पुरस्कृत किया गया है। सीआईएसएफ के इस ट्वीट पर लोग भी जमकर कमेंट्स कर रहे हैं।
एक शख्स ने कमेंट करते हुए लिखा- CISF ऑफिसर को उनकी बहादुरी के लिए सलाम। कौन हैं सलमान खान, सिर्फ एक एक्टर। इन एक्टर और एक्ट्रेसेस के साथ आम लोगों की तरह ही व्यवहार किया जाना चाहिए। मेरा सुझाव है कि अथॉरिटी उन्हें वीआईपी की तरह ट्रीट ना करे। वहीं एक और शख्स ने कहा- भारत में हर सरकारी विभाग में इसी तरह के समर्पित और ईमानदार कर्मचारियों और जवानों की जरूरत है। आप पर हमें गर्व है।
क्या है पूरा मामला :
सोशल मीडिया पर हाल ही में सलमान खान (Salman Khan) का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में सलमान एयरपोर्ट पर एंट्री के लिए आगे बढ़ते हैं तभी CISF का एक जवान सलमान को रोक लेता है। ये देख सलमान रुक जाते हैं और सिक्योरिटी चेक को फॉलो करते हैं। सोशल मीडिया पर सलमान को रोकने वाले जवान की लोगों ने जमकर तारीफ की। कई लोगों ने कहा कि उस जवान ने अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से निभाई है। कोई भी हो, एयरपोर्ट पर सिक्योरिटी चेक से सभी को गुजरना चाहिए। बता दें कि ये वाकया तब हुआ, जब सलमान खान अपनी फिल्म टाइगर 3 की शूटिंग के लिए मुंबई एयरपोर्ट से रूस रवाना हो रहे थे।