दीपिका पादुकोण ने डायरेक्टर संजय लीला भंसाली के मोस्ट अवेटेड प्रोजेक्ट फिल्म बैजू बरवा के लिए हीरो बराबार फीस मांगी और उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। इसी वजह से उन्हें फिल्म से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
मुंबई. यह बात तो सभी जानते है कि बॉलीवुड इंडस्ट्री इस बात के लिए फेमस है कि यहां हीरो को हमेशा से हीरोइनों से कम फीस दी जाती है। इस बात को लेकर कई बार बहस भी हो चुकी है, हालांकि, नतीजा अभी तक कुछ भी सामने नहीं आया है। एक बार फिर यही बात सामने आई है। बॉलीवुड हंगामा द्वारा रिपोर्ट की मानें तो दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) ने डायरेक्टर संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) के मोस्ट अवेटेड प्रोजेक्ट फिल्म बैजू बरवा (Film Baiju Bawra)के लिए हीरो बराबार फीस मांगी और उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। दरअसल, दीपिका चाह रही थी कि उन्हें फिल्म के लीड एक्टर और पति रणवीर सिंह (Ranveer Singh) के बराबर फीस मिले और इसी वजह से उन्हें फिल्म से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
फिल्म से जुड़े एक सोर्स ने बताया कि दीपिका पादुकोण अपने पति रणवीर सिंह के बराबार फीस चाहती थी न रुपया कम और न ही एक रुपया ज्यादा। भंसाली प्रोडक्शन के एक सूत्र का कहना है कि संजय लीला भंसाली के साथ काम करना ही सबसे बेहतर होता है। दीपिका-रणवीर ने भंसाली के साथ 3 फिल्मों में काम किया है और यह उनकी चौथी फिल्म होती। दोनों ने रामलीला, बाजीराव मस्तानी और पद्मावत में काम किया। बैजू बावरा उनकी चौथी मेगा बजट फिल्म होती। एक डायरेक्टर ने उनका करियर बना दिया और अब इस तरह की डिमांड की जा रही है।
आपको बता दें कि इत्तेफाक से भंसाली के आज यानी 9 अगस्त को बॉलीवुड में 25 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर दीपिका ने अपने इंस्टाग्राम पर भंसाली को लेकर अपने विचार शेयर किए। उन्होंने लिखा- 9 नवंबर 2007। मेरी पहली फिल्म ओम शांति ओम को संजय लीला भंसाली की सांवरिया के खिलाफ खड़ा किया गया था और मैं जितनी आभारी थी (और मैं अब भी हूं ... मैं किसी और हीरोइन के बारे में नहीं सोच सकती जिसे इसी तरह से लॉन्च किया गया) क्योंकि मेरे साथ ऐसा हुआ था)। मुझे उस समय सोच भी नहीं पाई थी कि मैं कभी अच्छा बन पाऊंगी भी या नहीं... संजय लीला भंसाली का म्यूज बनने के लिए। उन्होंने आगे लिखा- मैं आज जो भी हूं वो संजय लीला भंसाली की वजह से ही हूं।