किसान आंदोलन पर ट्रोल हुए धर्मेन्द्र ने तोड़ी चुप्पी, कहा- मजबूरी समझो मेरी, सेंटर में बात की पर बनी नहीं

Published : Feb 23, 2021, 05:11 PM IST
किसान आंदोलन पर ट्रोल हुए धर्मेन्द्र ने तोड़ी चुप्पी, कहा- मजबूरी समझो मेरी, सेंटर में बात की पर बनी नहीं

सार

किसान आंदोलन (Kisan Aandolan) को अब तक कई बॉलीवुड सेलेब्स का समर्थन मिल चुका है। इनमें धर्मेन्द्र (Dharmendra) भी शामिल हैं। धर्मेन्द्र पहले भी दबी जुबां में ही सही, लेकिन किसान आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं। हाल ही में धर्मेंद्र ने अपनी फोटोज का एक वीड‍ियो बनाकर उस पर एक शेर लिखते हुए शेयर किया। 

मुंबई। किसान आंदोलन (Kisan Aandolan) को अब तक कई बॉलीवुड सेलेब्स का समर्थन मिल चुका है। इनमें धर्मेन्द्र (Dharmendra) भी शामिल हैं। धर्मेन्द्र पहले भी दबी जुबां में ही सही, लेकिन किसान आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं। हाल ही में धर्मेंद्र ने अपनी फोटोज का एक वीड‍ियो बनाकर उस पर एक शेर लिखते हुए शेयर किया। धर्मेन्द्र की इस पोस्ट पर एक शख्स ने किसान आंदोलन में शामिल किसानों की फोटोज शेयर करते हुए ल‍िखा- ये थे आप के अपने...जो अपने हक के लिए अभी भी लड़ रहे हैं और रोज कई मर रहे हैं..पर अफसोस आज आपके अपने ये नहीं कोई और हैं। 

इस शख्स की बात पर धर्मेंद्र ने सफाई देते हुए लिखा- पैरी...ये बेहद पीड़ादायक है। आप नहीं जानते हमने सेंटर में किस-किस से क्या-क्या कहा है मगर बात नहीं बनी। बहुत दुखी हैं हम। दुआ करता हूं कोई हल जल्दी निकल आए। ख्याल रखें...आप सभी को प्यार। इसके बाद धर्मेन्द्र ने पंजाबी में एक और ट्वीट करते हुए यूजर से उनकी मजबूरी समझने की गुजार‍िश की। 

बता दें कि इससे पहले धर्मेंद्र ने किसान आंदोलन को लेकर एक सोशल मीडिया पोस्ट की थी। हालांकि बाद में उन्होंने इसे डिलीट कर दिया था। पोस्ट को डिलीट करने की बात पर धर्मेन्द्र ने कहा था- मेरा मकसद सिर्फ ये कहना था कि किसानों की बात सुन लेना चाहिए। मैं हमेशा सकारात्मक बात करता हूं, लेकिन लोग उसका गलत मतलब निकाल लेते हैं और फिर सोशल मीडिया पर पर भड़ास निकालते हैं। मैं अब इससे दूरी बनाकर चलूंगा क्योंकि दिल तोड़ देते हैं लोग।

वहीं, अपने 85वें बर्थडे पर एक इंटरव्यू में धर्मेंद्र ने कहा था- लोग कोरोनावायरस को भूल चुके हैं। देशभर में अफरा-तफरी मची हुई है। मैं जन्मदिन कैसे मनाऊं? हम सब भारत मां की संतानें हैं। इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं। किसान क्या बोलना चाहते हैं, उनकी बात एक बार सुन लो। वो इतनी सर्दी में सड़कों पे बैठे हैं। आपसी बातचीत से समस्या का हल निकल सकता है।

दूसरी ओर, धर्मेन्द्र के बेटे और सांसद सनी देओल ने कहा था कि मुद्दा सरकार और किसानों के बीच का है और इसमें किसी और को दखल नहीं देना चाहिए। पंजाब के गुरदासपुर से भाजपा सांसद सनी देओल ने कहा था कि सरकार हमेशा किसानों के बारे में सोचती है और पार्टी किसानों के साथ है।

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