जिस गाने को गाकर चमक उठी रानू मंडल की किस्मत, उसे लिखने वाले जी रहे गुमनाम जिंदगी

5 मार्च, 1940 को बुलंदशहर के पास सिकंदराबाद में जन्मे संतोष आनंद को 1974 और 1982 में बेस्ट लिरसिस्ट कैटेगरी में फिल्मफेयर अवॉर्ड नवाजा गया। इसके अलावा 2016 में उन्हें यश भारती अवॉर्ड भी मिला।

Asianet News Hindi | Published : Aug 25, 2019 12:31 PM IST / Updated: Aug 25 2019, 06:11 PM IST

मुंबई। लता मंगेशकर के गाए गाने 'इक प्यार का नगमा है' को गाकर भले ही रानू मंडल की किस्मत चमक गई, लेकिन इस गीत को लिखने वाले मशहूर गीतकार संतोष आनंद आज भी गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं। यहां तक कि वो अपना खर्च चलाने के लिए आज भी छोटे-मोटे कवि सम्मेलनों में कविताएं पढ़कर गुजारा कर रहे हैं।    

हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान संतोष आनंद ने कहा- ''मेरे पास आए दिन लोगों के फोन आ रहे हैं और वो कहते हैं कि आपके लिखे गाने को गाकर भीख मांगने वाली एक महिला को हिमेश रेशमिया ने अपनी फिल्म में काम करने का मौका दिया। इससे बड़ी विडंबना क्या होगी कि मेरे पास स्मार्ट फोन तक नहीं है ताकि मैं रानू मंडल के गाए उस गीत को सुन सकूं।''

बेटे की मौत के बाद तो सारे रंग उड़ गए...

संतोष आनंद कहते हैं- ''अब तो बस किसी तरह जिंदगी काट रहा हूं। बेटे की मौत के बाद मेरी जिंदगी के सारे रंग ही उड़ गए। मैंने 1995 के बाद ही फिल्मों में गीत लिखना बंद कर दिया था, लेकिन फिर बेटे की मौत के बाद खुद को चारदीवारी तक सीमित कर लिया था। हालांकि बाद में कुछ दोस्तों के कहने के बाद मैंने मंच पर फिर गीतों को पढ़ने का काम शुरू किया। वैस, अब इन गीतों में न तो कोई रंग बचा है और न ही उमंग। अब शरीर भी साथ नहीं देता है।'' बता दें कि संतोष आनंद के बेटे संकल्प आनंद ने अक्टूबर, 2014 में पत्नी के साथ कोसीकलां में ट्रेन के सामने कूदकर खुदकुशी कर ली थी। 75 साल की उम्र में इकलौते बेटे और बहू का यूं अचानक चले जान उनके लिए वज्रपात से कम न था। 

कौन हैं संतोष आनंद...
5 मार्च, 1940 को बुलंदशहर के पास सिकंदराबाद में जन्मे संतोष आनंद को 1974 और 1982 में बेस्ट लिरसिस्ट कैटेगरी में फिल्मफेयर अवॉर्ड नवाजा गया। इसके अलावा 2016 में उन्हें यश भारती अवॉर्ड भी मिला। आपने 1974 में फिल्म 'रोटी कपड़ा और मकान' के अलावा 1981 में फिल्म 'क्रांति' के भी कई सुपरहिट गाने लिखे। 

संतोष आनंद के लिखे मशहूर गाने...
संतोष आनंद ने इक प्यार का नगमा है, ये गलियां ये चौबारा, चना जोर गरम बाबू, मोहब्बत है क्या चीज, अबके बरस तुझे धरती, हाय हाय ये मजबूरी, जिंदगी की ना टूटे लड़ी, मैं ना भूलूंगा, मेघा रे मेघा रे, पी ले पी ले ओ मेरे राजा, तेरा साथ है तो... जैसे बेहतरीन गाने लिखे हैं। 
 

Share this article
click me!