‘स्वर मौली फाउंडेशन' की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, लता मंगेशकर ने कहा था कि स्वर मौली इस विचार पर आधारित है कि किसी बुजुर्ग को ऐसे समय में अकेला नहीं छोड़ा जा सकता है, जब वह लाचार हो जाए।
एंटरटेनमेंट डेस्क । भारत में जब तक संगीत है, तब तक उसकी साधना करने वाली लता मंगेशकर भी किसी ना किसी रूप में विद्यामान रहेंगी। लता दीदी का 6 फरवरी 2022 को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। वहीं उनकी यादों और विचारों को आगे ले जाने के लिए परिजन जुटे हुए हैं।
मंगेशकर परिवार ने विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े कलाकारों के भविष्य की जरुरतों को ध्यान में रखते हुए मुंबई के नज़दीक नासिक में एक सर्वसुविधा युक्त वृद्धाश्रम को ओपन करने का ऐलान किया है। इससे पहले आर्टिस्ट ओल्डहोम बनाने के लता मंगेशकर के सपने को पूरा करते हुए मंगेशकर परिवार ने गुरु पूर्णिमा के मौके पर ‘स्वर मौली फाउंडेशन' (Swara Molly Foundation) की शुरुआत की है। बॉलीवुड के बिग बी अमिताभ बच्चन ने इस फाउंडेशन की शुरुआत की जानकारी ट्विटर पर शेयर की है।
हर धर्म के कलाकारों को मिलेगी एंट्री
मंगेशकर फैमिली ‘धर्मनिरपेक्ष और गैर-लाभकारी फाउंडेशन की नींव नासिक में वृद्धाश्रम के तौर पर रख रहा है। लता मंगेशकर ने अपनी मौत से पहले जुलाई- 2021 में इस फाउंडेशन का रजिस्ट्रेशन करा लिया था। उनकी फैमिली ने आधिकारिक एक बयान में जानकारी देते हुए कहा, ‘ओल्डहोम बनाकर स्वर मौली फाउंडेशन ऐसे आर्टिस्ट की मदद की राह खोल रहा है जो वृध्द होने के बाद खुद की देखभाल नहीं कर सकते हैं। ऐसे बुजुर्गों को मदद की जरूरत होती है। ऐसे वृध्द आर्टिस्ट की सहायता करने का सपना लता दीदी ने देखा था।
स्वर मौली की स्थापना का उद्देश्य
फाउंडेशन की अधिकृत वेबसाइट के मुताबिक, लता मंगेशकर ने अपने जीवनकाल में कहा था कि स्वर मौली इस विचार पर बेस्ड है कि किसी ओल्ड पर्सन को ऐसे समय में अकेला नहीं छोड़ा जा सकता है, जब वह लाचार हो जाए। इस फाउंडेशन के को- फाउंडर में लता मंगेशकर, छोटी बहन उषा मंगेशकर, उनकी भतीजी रचना शाह और म्यूजिक डायरेक्टर मयूरेश पई के नाम शामिल हैं। इस समिति में सिंगर सोनू निगम और फिल्म मेकर मधुर भंडारकर पांच सदस्यीय सलाहकार समिति के सदस्य हैं। इस फाउंडेशन का मौली का मोटिव म्यूजिक, थिएटर, सिनेमा और प्रजेन्टेशन कला की फील्ड में आर्टिस्ट का सपोर्ट करना है।
लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार
लता मंगेशकर की स्मृति और सम्मान में "लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार" देने का ऐलान परिवार पहले ही कर चुका है। इस संबंध में मास्टर दीनानाथ मंगेशकर स्मृति प्रतिष्ठान चैरिटेबल ट्रस्ट ने बताया था कि यह पुरस्कार हर साल केवल एक व्यक्ति को दिया जाएगा, यह पुरुष्कार ऐसे व्यक्तियों को दिया जाएगा, जिसने देश, नाीगरिकों और समाज के लिए पथप्रदर्शक कोई अनुकरणीय योगदान दिया हो।
इस साल पीएम मोदी को दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार दिया गया था । इस पुरस्कार में एक लाख की राशि नगद दी जाती है। पीएम मोदी ने ये एक लाख रुपये की धनराशि को पीएम केयर्स फंड को दे दिया था।
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