'गुलाबो सिताबो' ने जीता दिल, अमिताभ की एक्टिंग देख लोग बोले- इस लालची मिर्जा से हमें प्यार हो गया है

अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की फिल्म 'गुलाबो-सिताबो' शुक्रवार 12 जून को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अमेजॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज हो गई। फिल्म के रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर फैंस जमकर रिएक्ट कर रहे हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Jun 12, 2020 7:35 AM IST

मुंबई। अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की फिल्म 'गुलाबो-सिताबो' शुक्रवार 12 जून को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अमेजॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज हो गई। फिल्म के रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर फैंस जमकर रिएक्ट कर रहे हैं। कुछ लोग जहां, अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की जोड़ी की तारीफ कर रहे हैं वहीं कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें इस फिल्म की कहानी और डायरेक्शन खूब पसंद आ रहा है। 

एक यूजर ने अमिताभ बच्चन की तारीफ करते हुए लिखा है, 'बॉलीवुड में अमिताभ बच्चन जैसा वॉइस मॉड्यूलेटर कोई दूसरा नहीं है। उन्होंने 'गुलाबो सिताबो' में बेहतरीन एक्टिंग की है। वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि फिल्म की कहानी ने मेरा दिल जीत लिया है। शूजीत सरकार ने पूरी लगन के साथ यह फिल्म बनाई है। आपने एक बार फिर साबित कर दिया कि आप एक बेहतरीन फिल्ममेकर हैं।

 

वहीं अमिताभ और आयुष्मान खुराना की जुगलबंदी पर एक यूजर ने लिखा,  इस लालची मिर्जा से हमें प्यार हो गया है। आयुष्मान खुराना आपने तो झड़ी बांध रखी है कमाल ..काश इस कॉन्बिनेशन को हम बड़े वाले पर्दे पर देख पाते।' 

 

फिल्म 'गुलाबो-सिताबो' की कहानी एक हवेली के मालिक मिर्जा (अमिताभ बच्चन) और किराएदार बांके रस्तोगी (आयुष्मान खुराना) के इर्द-गिर्द घूमती है। इन दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते हैं। मकान मालिक चाहता है कि किसी भी तरह से उसका किराएदार घर छोड़कर चला जाए लेकिन वह ऐसा करने में कामयाब नहीं हो पाता। इसके बाद मामला अदालत में पहुंच जाता है। कोर्ट में मामला उलझता देखकर किराएदार आयुष्मान अपने मकान मालिक को सुझाव देता है कि वह उसे गोद ले सकता है। क्योंकि न तो उसका कोई पिता है और न ही मकान मालिक का कोई बेटा।

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