रणवीर सिंह की फिल्म 'जयेशभाई जोरदार' 13 मई को रिलीज हो गई है। फिल्म में अर्जुन रेड्डी से डेब्यू करने वाली एक्ट्रेस शालिनी पांडे ने भी काम किया है। फिल्म की कहानी गुजराती बैकग्राउंड पर बेस्ड है और सोशल मैसेज देती है।
Jayeshbhai Jordaar Release date: रणवीर सिंह की मोस्टअवेटेड फिल्म 'जयेशभाई जोरदार' (Jayeshbhai Jordaar) 13 मई को रिलीज हो रही है। फिल्म में रणवीर सिंह (Ranveer Singh) के अलावा शालिनी पांडे, रत्ना पाठक शाह और बोमन ईरानी ने भी काम किया है। बता दें कि फिल्म की लीड फीमेल एक्ट्रेस शालिनी पांडे ने तेलुगु फिल्म 'अर्जुन रेड्डी' (Arjun Reddy) से डेब्यू किया था। बता दें कि जयेशभाई जोरदार के प्रोड्यूसर यशराज फिल्म्स है, जबकि डायरेक्टर दिव्यांग ठक्कर हैं।
रणवीर सिंह को ऐसे मिली फिल्म :
रणवीर सिंह (Ranveer Singh) के मुताबिक, एक दिन मेरे पास आदित्य चोपड़ा का फोन आया और उन्होंने मुझसे कहा कि मेरे पास एक बेहतरीन स्क्रिप्ट है और मैं चाहता हूं कि तुम इसे एक बार देख लो। इसके बाद मैं स्क्रिप्ट सुनने के लिए डायरेक्टर दिव्यांग ठक्कर के पास पहुंचा। उन्होंने जब मुझे स्क्रिप्ट नरेट की तो मैं हंसते-हंसते लोट-पोट हो गया। मुझे एक बार में ही स्क्रिप्ट पसंद आई और इसकी कहानी मेरे दिल को छू गई।
भ्रूण हत्या और जेंडर इक्वालिटी पर बेस्ड है फिल्म :
जयेशभाई जोरदार (Jayeshbhai Jordaar) की कहानी गुजराती बैकग्राउंड पर बेस्ड है। फिल्म में रणवीर सिंह ने गुजराती शख्स जयेशभाई का रोल निभाया है। 'जयेशभाई जोरदार' भ्रूण हत्या और जेंडर इक्वालिटी जैसे सामाजिक मुद्दों पर बनी मूवी है। फिल्म में रणवीर सिंह एक ऐसे शख्स का रोल निभा रहे हैं, जो समाज में स्त्री-पुरुष के बराबर अधिकारों की पैरवी करता है। कुल मिलाकर फिल्म में एक सोशल मैसेज है, जिसे कॉमेडी के तड़के के साथ पर्दे पर परोसा गया है।
ऐसी है जयेशभाई जोरदार की कहानी :
जयेशभाई जोरदार (Jayeshbhai Jordaar) में रणवीर सिंह ने बोमन ईरानी के बेटे का रोल प्ले किया है। बोमन ईरानी गांव के सरपंच हैं और रणवीर उनके इकलौते बेटे जयेशभाई का रोल कर रहे हैं। जयेशभाई की एक लड़की है लेकिन फैमिली को वंश बढ़ाने के लिए बेटे की चाह है। इसी बीच, जयेशभाई की बीवी मुद्रा (शालिनी पांडे) एक बार फिर प्रेग्नेंट हो जाती है। इस पर सरपंच की फैमिली जेंडर टेस्ट करवाती है। पता चलता है कि मुद्रा एक बार फिर बेटी को जन्म देने वाली है तो सरपंच भ्रूण हत्या का फैसला करता है। लेकिन जयेश भ्रूण हत्या नहीं चाहता। इसके बाद उसे अपने परिवार का विरोध झेलना पड़ता है।