आखिरी दिनों में ऐसे दिखते थे कादर खान, चली गई थी याद्दाश्त, बोलने में भी होती थी दिक्कत

कादर खान का डिप्रेशन की वजह से बुरा हाल हो गया था। यहां तक कि उनकी याद्दाश्त भी चली गई थी। पहले वे व्हील चेयर के द्वारा चलने के लिए मजबूर हुए और उसके बाद बढ़ती उम्र के साथ उनकी फिल्मों से दूरी बढ़ना शुरू हो गई। वे एक ऐसे एक्टर थो जो फिल्मों को जीते थे। फिल्मों से ही उनकी सांस चलती थी। फिल्मों से बढ़ती दूरी उनसे सहन नहीं हो सकी। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 1, 2020 1:46 PM IST / Updated: Jan 06 2020, 09:52 AM IST

मुंबई. एक्टर और कॉमेडियन कादर खान को गुजरे सालभर हो गया है। 81 साल की उम्र में उनका निधन 31 दिसंबर को हुआ था। उन्होंने कनाडा के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली थी। उनको सांस लेने में दिक्कत होने के बाद वेंटीलेटर (BIPAP)पर रखा गया था। उनको आखिरी बार 2015 में आई फिल्म 'दिमाग का दही' में देखा गया था। कई सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाले कादर खान की आखिरी दिनों हालत बहुत खराब हो गई थी। कुछ लोग तो उन्हें पहचान भी नहीं पाते थे। वहीं, अंतिम दिनों में कादर खान को बोलने में सबसे ज्यादा दिक्कत होती थी। 

डिप्रेशन में थे कादर खान
खबरों की मानें तो कादर खान का डिप्रेशन की वजह से बुरा हाल हो गया था। यहां तक कि उनकी याद्दाश्त भी चली गई थी। पहले वे व्हील चेयर के द्वारा चलने के लिए मजबूर हुए और उसके बाद बढ़ती उम्र के साथ उनकी फिल्मों से दूरी बढ़ना शुरू हो गई। वे एक ऐसे एक्टर थो जो फिल्मों को जीते थे। फिल्मों से ही उनकी सांस चलती थी। फिल्मों से बढ़ती दूरी उनसे सहन नहीं हो सकी। 

इस वजह से अधूरी रही कादर की ख्वाहिश
रिपोर्ट्स की मानें तो कादर खान ने प्लानिंग की थी कि वे अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म बनाएंगे। लेकिन फिल्म 'कुली' (1982) के सेट पर अमिताभ बुरी तरह घायल हो गए। वे कई महीने अस्पताल में रहे। इस बीच कादर भी दूसरे प्रोजेक्ट्स में बिजी हो गए और 'जाहिल' बनाने का प्लान आया-गया हो गया। बाद में जब बिग बी ठीक हुए, तब एक बार फिर कादर के मन में अपनी ख्वाहिश पूरी करने का विचार आया। लेकिन तब अमिताभ ने राजनीति में आने का फैसला लिया और कादर की फिल्म नहीं बन सकी। राजनीति में आने की वजह से कादर और अमिताभ के रिश्ते भी खराब हो गए थे।


इंडस्ट्री से हो गया था मोहभंग
कादर खान का इंडस्ट्री से मोहभंग हो गया है। कादर का इंडस्ट्री से मोहभंग क्यों हुआ, इस सवाल पर उनके बेटे सरफराज ने कहा था- इंडस्ट्री का माहौल बदल गया है। दोस्ती यारी खत्म हो गई है। अब लोग सिर्फ काम से काम रखते हैं। उनके कुछ चाहने वालों ने उनसे काम के लिए कहा भी था, लेकिन वे नहीं गए थे। 


इन फिल्मों में किया कादर खान ने काम
कादर खान ने अपने करियर की शुरुआत 1972 में आई फिल्म 'दाग' से की थी। इसके अलावा उन्होंने 'अदालत' (1976), 'परवरिश' (1977), 'दो और दो पांच' (1980), 'याराना' (1981), 'खून का कर्ज' (1991), 'दिल ही तो है' (1992), 'कुली नं. 1' (1995), 'तेरा जादू चल गया' (2000), 'किल दिल' (2014) सहित कई फिल्मों में काम किया है। वे आखिरी बार 2015 में आई फिल्म 'हो गया दिमाग का दही' में नजर आए थे।

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