दिल्ली के मंगोलपुरी में हुई बजरंग दल के एक्टिविस्ट रिंकू शर्मा की हत्या पर कंगना रनोट ने दुख जताया है। इसके साथ ही एक्ट्रेस ने कातिलों पर नाराजगी भी जताई है। कंगना ने एक सोशल मीडिया यूजर की पोस्ट को री-पोस्ट किया और उसे पोस्ट करने के साथ लिखा कि 'जय श्रीराम कहने पर लिंच किया गया।'
मुंबई. दिल्ली के मंगोलपुरी में हुई बजरंग दल के एक्टिविस्ट रिंकू शर्मा की हत्या पर कंगना रनोट ने दुख जताया है। इसके साथ ही एक्ट्रेस ने कातिलों पर नाराजगी भी जताई है। कंगना ने एक सोशल मीडिया यूजर की पोस्ट को री-पोस्ट करते हुए लिखा है,'इस पिता के दर्द को महसूस करो और अपने बच्चों या फैमिली मेंबर्स के बारे में सोचो। एक और दिन, एक और हिंदू को सिर्फ जय श्री राम कहने पर लिंच किया गया।'
कंगना ने सोशल मीडिया पर चला रहे अभियान को किया सपोर्ट
कंगना ने सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे #Justiceforrinkusharma को सपोर्ट किया है और अगली पोस्ट में लिखा है, 'माफ कीजिए, हमने आपको बिफल कर दिया।' बता दें कि बुधवार रात चार लोगों ने 25 साल के रिंकू की उनके घर के बाहर चाकू गोदकर हत्या कर दी थी। एक ओर जहां पुलिस ने इसे आपसी रंजिश का मामला बताया तो वहीं, विश्व हिंदू परिषद समेत हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि रिंकू राम मंदिर के लिए फंड इकट्ठा कर रहे थे, इसलिए उन्हें मार दिया गया।
पुलिस की मानें तो चारों आरोपियों जाहिद, महताब, दानिश और इस्लाम को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कंगना को अपने साथ हुआ बर्ताव को किया याद
इसके अलावा कंगना ने सोशल मीडिया पर अपने साथ हुए बुरे बर्ताव को भी याद किया है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है, 'सिर्फ एक ट्वीट (जिसमें उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की थी) के लिए सरकार (महाराष्ट्र सरकार) ने मेरा घर तोड़ दिया, मुझे जान से मारने की धमकी दी। मेरे पुतले जलाए, मेरी फोटो को चप्पलों से पीटा, डराने के लिए मुझे पुलिस स्टेशन बुलाया, अब भी मेरी दूसरी प्रॉपर्टीज को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हर दिन ज्यादा से ज्यादा FIR हो रही हैं। बहन मुखर होने के बारे में बात करें।'
कंगना का ये रिएक्शन पत्रकार मीना हैरिस की उस पोस्ट पर दिया था, जिसमें उन्होंने एक अन्य पत्रकार राणा अयूब का समर्थन किया था। दरअसल, राणा अयूब ने सोशल मीडिया पर शिकायत की थी कि पिछले दो दिनों में जिस तरह की नफरत, गलतफहमी, धमकियां और गालियां उन्होंने अपनी टाइमलाइन पर देखी हैं, वैसी पहले कभी नहीं देखी।
उनके मुताबिक, उन्हें डराने के लिए यह सब किया जा रहा है। अयूब को सपोर्ट करते हुए मीना ने लिखा था कि 'जो भी महिला बोलने की हिम्मत दिखाती है, उसके लिए यह हर दिन का अनुभव बन गया है।'