कश्मीरा शाह ने बॉलीवुड में nepotism पर दिया बड़ा बयान, खुद का सबूत दिया

कश्मीरा शाह ने एक नए इंटरव्यू में कहा है कि भाई-भतीजावाद ( nepotism) कोई मायने नहीं रखता और वह इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं। उसने कहा है, "मैं अच्छी थी, इसलिए मुझे काम मिला।"। कश्मीरा शाह ने फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज़्म को खारिज किया है। 

Rupesh Sahu | Published : Jul 23, 2022 1:48 PM IST

एंटरटेनमेंट डेस्क । कश्मीरा शाह ( Kashmera Shah ) ने अपने नए इंटरव्यू में बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद  ( nepotism) पर बात की है। उन्होंने कहा है कि वह लोगों को भाई-भतीजावाद के बारे में बात करना पसंद नहीं करती है और अगर कोई टेलेंटिड  (प्रतिभाशाली) है तो 'इसका उसपर ​​कोई फर्क नहीं पड़ता'। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनके बेटे, रेयान और कृशांग ( Rayaan and Krishaang) अपनी फिल्म की शुरुआत करेंगे तो ऐसा इसलिए होगा क्योंकि यह उनके खून में है न कि भाई-भतीजावाद के कारण। 

सुपरहिट फिल्मों में किया अभिनय
कश्मीरा ने अपने एक्टिंग करियर  की शुरुआत 1996 की फिल्म यस बॉस (Yes Boss) से की थी। इस फिल्म में शाहरुख खान और जूही चावला ( Shah Rukh Khan and Juhi Chawla) ने अभिनय किया था। बाद में वह कोई किसी से कम नहीं, प्यार तो होना ही था, हिंदुस्तान की कसम, कहीं प्यार ना हो जाए, और पप्पू पास हो गया (Koi Kisi Se Kam Nahin, Pyar To Hona Hi Tha, Hindustan Ki Kasam, Kahin Pyaar Na Ho Jaaye, Aur Pappu Pass Ho Gaya) जैसी कई फिल्मों में दिखाई दीं।


नेपोटिज़्म को किया खारिज़ 
 एक इंटरव्यु में, कश्मीरा ने कहा, "अगर कोई बॉलीवुड के खिलाफ बात करता है या भाई-भतीजावाद के बारे में बात करता है, तो मैं इसको लेकर अपना उदाहरण पेश करती हूं, मैं इसे पर्सनली लूं तो, मैं इस बात का जीता जागता सबूत हूं कि भाई-भतीजावाद कभी मायने नहीं रखता। मैं बेहतर थी, इसलिए मुझे काम मिला, मेर काम की वजह से मुझे इस इंडस्ट्री में निखरने का मौका मिला है।  इसलिए, मुझे इसके खिलाफ बात करने वाले लोग पसंद नहीं हैं।"

दो फिल्मों का किया डायरेक्शन
कश्मीरा, जिन्होंने 2019 की फिल्म मरने भी दो यारों ( Marne Bhi Do Yaaron) का डायरेक्शन और प्रोड्यूस किया था। कश्मीरा  ने अपने अगले निर्देशन प्रोजेक्ट श्रीमान ऐश्वर्या राय (Shriman Aishwarya Rai) में भी काम किया। इसके बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा, "यह दोस्ती और फिल्म इंडस्ट्री के बारे में भी है। मैं इंडस्ट्री के खिलाफ बात करने वाले लोगों के तर्कों से थक चुकी हूं। इस उद्योग में दोस्ती बहुत महत्वपूर्ण है, यहां लोग एक-दूसरे की परवाह करते हैं। अच्छे कलाकार होने के बेहतर काम करना होता है, न कि किसी का बेटा या बेटी होने से फर्क नहीं पड़ता है ।  अगर कल मेरे बेटे एक्टर बन गए तो क्या आप लोग इसे भाई-भतीजावाद कहेंगे? एक्टिंग और डांस उनके खून में है इसलिए वे ऐसा कर सकते हैं। इसके अलावा, एक डॉक्टर का बेटा हमेशा डॉक्टर बनता है। लेकिन इस पर चर्चा नहीं होती, हर फील्ड में ऐसा होता है।  
 

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