बिहार की कुप्रथा को दिखाती है 'जबरिया जोड़ी', कम स्टार मिलने के ये हैं 5 कारण

फिल्म 'जबरिया जोड़ी' की कहानी बिहार और उत्तर प्रदेश में होने वाले पकड़वा विवाह यानी की जबरदस्ती विवाह पर आधारित है। ये विवाह अक्सर ज्यादा दहेज की डिमांड होने के कारण किया जाता है। इसी प्रथा को कॉमेडी और लव एंगल देकर फिल्म में पिरोनी की कोशिश की गई है।

Asianet News Hindi | Published : Aug 9, 2019 1:26 PM IST / Updated: Aug 11 2019, 01:37 PM IST

मुंबई.  सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणिति चोपड़ा स्टारर फिल्म 'जबरिया जोड़ी' 9 अगस्त, 2019 शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज की जा चुकी है। इस फिल्म के जरिए ये जोड़ी दूसरी बार एक साथ काम कर रही है। मूवी की बात की जाए तो इस फिल्म की कहानी बिहार और उत्तर प्रदेश में होने वाले पकड़वा विवाह यानी की जबरदस्ती विवाह पर आधारित है। ये विवाह अक्सर ज्यादा दहेज की डिमांड होने के कारण किया जाता है। इसी प्रथा को कॉमेडी और लव एंगल देकर फिल्म में पिरोनी की कोशिश की गई है।

कहानी 

Latest Videos

हार के दबंग हुकुम सिंह (जावेद जाफरी) जबरिया जोड़ी का माफिया चलाते हैं और उसके मुताबिक यह एक समाज सेवा है जिससे दहेज से बचा जा सकता है। उसके इसी धंधे में ना चाहते हुए भी उसका बेटा अभय सिंह (सिद्धार्थ मल्होत्रा) भी आता है। इसी बीच अभय की मुलाकात होती है बबली यादव (परिणीति चोपड़ा) से जो एक मध्यम वर्गीय परिवार की बेटी है मगर स्वभाव से दबंग है। इन दोनों की मुलाकात एक शादी के दौरान होती है और बबली अभय से प्यार कर बैठती हैं। इसके बाद कहानी में थोड़ा बहुत ट्विस्ट आता है। लेकिन उसमें भी कई जगह ऐसे सीन हैं जिन्हें ऐसा लगता है कि जबरदस्ती डाला गया हो। फिल्म को सभी के द्वारा दिए गए स्टार्स का अगर एवरेज निकाला जाए तो 2.5/5 है।

ये है कम स्टार मिलने के पांच कारण

1. सिद्धार्थ मल्होत्रा के ऐसे सीन जो जबरदस्ती किया हुआ लगता है। इसके अलावा सिद्धार्थ कैरेक्टर में फिट नहीं बैठते हैं, क्योंकि वे दिल्ली में पले बड़े हैं और उन्हें अभी इसकी समझ नहीं है। छींट वाली बुश्शर्ट और सफेद पैंट पहनने से कोई बिहारी नहीं बन जाता। बिहारी एक तेवर है और यह सिर्फ जिया जा सकता है। 

2. समय काफी लंबा कर दिया गया है, जबकि फिल्म 2 घंटे में खत्म की जा सकती थी, क्योंकि सिद्धार्थ और परिणिति की प्रेम कहानी में कुछ ऐसा नहीं था जिसे 2.30 घंटे में दिखाया जा सके।

3. सेकंड हाफ में फिल्म दर्शकों रोक नहीं पाती क्योंकि फर्स्ट हाफ की स्टोरी से कहानी कनेक्ट नहीं हो पाती है। जिससे सेकंड हाफ में कई जगह बोरियत भी महसूस होती है।

4. फिल्म में ऐसा कोई सॉन्ग नहीं है, जो दर्शकों की जुबान पर चढ़े।

5. फिल्म के अंत में एकदम बदलाव आता है, जिसका पहले से कहानी में कोई कनेक्शन नहीं दिया गया।

प्रोड्यूसर- एकता कपूर, 

कलाकार- सिद्धार्थ मल्होत्रा, परिणिति चोपड़ा, संजय मिश्रा और नीरज सूद

डायरेक्टर- प्रशांत सिंह

स्क्रीनराइटर- संजीव कुमार झां

स्टार्स- 2.5/5

Share this article
click me!

Latest Videos

Iran Attack on Israel: इजराइल के सामने बड़ी मुश्किल, ईरान के ये 7 'प्यादे' बढ़ा रहे हैं टेंशन
मुजफ्फरपुर में पानी के बीच एयरफोर्स का हेलीकॉप्टर क्रैश, देखें हादसे के बाद का पहला वीडियो
LIVE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम 2024 में भाग लिया
Pune Helicopter Crash: पुणे में उड़ान भरते ही क्रैश हो गया हेलीकॉप्टर, जानें क्या है हादसे की वजह
LIVE: पेरिस ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाले एथलीटों और कोचों के लिए सम्मान कार्यक्रम