दुष्कर्म मामले पर छलका ऋषि कपूर का दर्द, बोले, इंसान तो जिंदा लेकिन इंसानियत कहां गई?

इससे पहले, सलमान ने ऐसा घिनौना काम करने वाले आरोपियों को इंसान के वेष में छिपा शैतान बताया। सलमान ने लिखा- ''हमें समाज में फैले इन शैतानों का खात्मा कर देना चाहिए। ये इंसान के लिबास में छुपे शैतान हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 2, 2019 7:36 AM IST / Updated: Dec 02 2019, 01:10 PM IST

मुंबई/हैदराबाद। तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में 26 साल की वेटेरनरी डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म के बाद देशभर में आक्रोश है। इस घटना पर बॉलीवुड के अक्षय कुमार, सलमान खान, फरहान अख्तर और वरुण धवन जैसे स्टार्स के बाद अब ऋषि कपूर ने आरोपियों को फांसी देने का समर्थन किया है। ऋषि कपूर ने ट्वीट करते हुए लिखा- ''मैं आरोपियों को सजा-ए-मौत देने का समर्थन करता हूं। ऐसी घटनाओं को हमें रोकना होगा।''

 

ऋषि कपूर ने वरुण शाह की बात को टैग करते हुए आगे लिखा- ''इंसान तो जिंदा हैं, लेकिन इंसानियत के बारे में क्या कहेंगे? एक और घटना, एक और निर्दोष महिला, आखिर उसका कसूर क्या था? हमारे संविधान ने सभी को बराबर का अधिकार दिया है, फिर ये भेदभाव क्यों? इस घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया है। सिर्फ एक सवाल, आखिर कब तक हम ये सब बर्दाश्त करेंगे? इस घटना के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है? क्या इसकी वजह हमारा लचर कानून है या फिर लोगों तक आसानी से इंटरनेट की पहुंच के चलते इस तरह की दरिंदगी हुई है? खैर, जो भी हो लेकिन हमें अब न्याय चाहिए। हम सभी को आगे आकर इसे एक आंदोलन बनाना चाहिए। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हमें सख्त कानून बनाना होगा, ताकि ऐसा सोचने से पहले लोगों के मन में मौत का खौफ हो। अगर इस घिनौने काम के लिए कोई सजा हो सकती है तो वो सिर्फ सजा-ए-मौत है। इस वक्त यही पूरे देश की आवाज है। ये देश रो रहा है कि हमने एक बार फिर अपना एक लाल खो दिया है। जागो लोगों, क्योंकि लाइफस्टाइल तो बेहतर हो रही है, लेकिन धीरे-धीरे हम मानवता को खोते जा रहे हैं।''

इंसान के भेष में छुपे शैतानों को खत्म करने की जरूरत : सलमान 
इससे पहले, सलमान ने ऐसा घिनौना काम करने वाले आरोपियों को इंसान के वेष में छिपा शैतान बताया। सलमान ने लिखा- ''हमें समाज में फैले इन शैतानों का खात्मा कर देना चाहिए। ये इंसान के लिबास में छुपे शैतान हैं। निर्भया मामले के बाद अब हमें अपने आसपास रह रहे ऐसे शैतानों का फौरन खात्मा कर देना चाहिए। इससे पहले कि कोई और निर्दोष महिला या उसका परिवार इस पीड़ा से गुजरे, इसे रोका जाना चाहिए। बेटी बचाओ सिर्फ एक कैम्पेन तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि अब इन शैतानों को यह बताने का वक्त आ चुका है कि हम सब साथ खड़े हैं। पीड़िता की आत्मा को शांति मिले।"

 

समाज के तौर पर हम असफल हो चुके हैं - अक्षय कुमार
अक्षय ने अपने ट्वीट में लिखा- ''चाहे वो हैदराबाद की महिला डॉक्टर हो, तमिलनाडु की रोजा, या फिर रांची की लॉ स्टूडेंट। एक समाज के तौर पर हम असफल हो चुके हैं। निर्भया गैंगरेप को 7 साल हो चुके हैं, लेकिन हमारे नैतिक मूल्य छिन्न-भिन्न हो चुके हैं। हमें कड़े से कड़े कानून की जरूरत है। ये सब जल्द रुकना चाहिए।''

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