ऋषि कपूर के साथ वीडियो बनाना पड़ा महंगा, वार्ड ब्वॉय के खिलाफ हो सकती है एफआईआर

ऋषि कपूर के अंतिम पलों में शूट किए गए वीडियो पर विवाद बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर कहा जा रहा है कि इससे उनकी प्राइवेसी को हनन करने की कोशिश की गई। कहा ये भी जा रहा है कि खुद के लाभ के लिए कानून को तोड़ा गया है।

Asianet News Hindi | Published : May 2, 2020 9:08 AM IST

मुंबई. ऋषि कपूर के अंतिम पलों में शूट किए गए वीडियो पर विवाद बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर कहा जा रहा है कि इससे उनकी प्राइवेसी को हनन करने की कोशिश की गई। कहा ये भी जा रहा है कि खुद के लाभ के लिए कानून को तोड़ा गया है। रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि कपूर फैमिली उस वॉर्ड ब्वॉय के खिलाफ लीगल एक्शन लेने के बारे में भी सोच रही है। 

कपूर फैमिली के करीबी ने कही ये बात 

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि कपूर फैमिली के एक करीबी ने कहा कि अभी पूरा परिवार गम में है, लेकिन ये अभी उनके हाथ में ही है। वो जल्द ही वॉर्ड ब्वॉय के खिलाफ कोई लीगल एक्शन लेंगे। सोर्स आगे कहता है कि वॉर्ड ब्वॉय को ट्रेनिंग के दौरान यह सिखाया जाता है कि वो किसी भी मरीज को परेशान ना करे और ना ही किसी आनेजाने वाले को करने दे। बस उसका ध्यान रखे।

इसके साथ ही फिल्ममेकर हंसल मेहता ने इस मामले पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि ये क्या युग आ गया, सोशल मीडिया ने लोगों को क्या बना दिया है। इसकी वजह से अब लोगों का जमीर मर गया और वो दरिंदगी की ओर बढ़ चुके हैं। उस लड़के ने जो भी किया है वो बहुत गलत था। उस पर केस दर्ज किया जाना चाहिए। 

वहीं, प्रोड्यूसर पहलाज निहलानी ने आश्चर्य जताते हुए कहा, 'अगर यह ऋषि कपूर जैसे किसी व्यक्ति के साथ हो सकता है तो सामान्य या कम विशेषाधिकार प्राप्त व्यक्ति को मरते वक्त कितना नुकसान उठाना पड़ता होगा।' 

केंद्रीय मंत्री ने कही सजा देने की मांग

सिंगर और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का मानना है कि प्राइवेसी के इस उल्लंघन पर उसे सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता उसे गिरफ्तार करना किसी तरह की संभावना को दर्शाता है। मोबाइल फोन ने तो प्राइवेसी नाम को ही दूषित कर दिया है। ये सिर्फ उस वॉर्ड ब्वॉय के लिए नहीं बल्कि उन सभी लोगों को भी सजा मिलनी चाहिए, जो लोग उसके आस पास मौजूद थे और उसे ऐसा करने नहीं रोके। ऐसे में वो भी सजा के पात्र हैं। सभी अस्पतालों को जीरो टोलरेंस की पॉलिसी बनानी चाहिए और उस लड़के को एक महीने के लिए बिना सैलेरी के अस्पताल प्रबंधन को सस्पेंड कर देना चाहिए। इसके बाद उसे हॉस्पिटल के ऑफिस में ट्रांसफर कर देना चाहिए। वो आईसीयू में रहने के योग्य नहीं है।' वहीं, ऋषि कपूर के फैंस और दोस्तों ने भी जल्द से जल्द न्याय की मांग की है। 

FWICE के अध्यक्ष ने भी जताई आपत्ति 

फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज के अध्यक्ष अशोक पंडित ने भी एक पत्र लिखकर इस वीडियो पर आपत्ति जताई है। इस पत्र में लिखा है कि ये वीडियो व्हाट्सअप के माध्यम से वायरल हो रहा है, जिसमें आईसीयू में मरीज के साथ एक नर्स दिख रही। यह रोगी या उसके परिवार के सदस्यों की अनुमति के बिना गुप्त तरीके से ली गई है। पत्र में आगे लिखा है कि ऋषि कपूर के वीडियो फुटेज से पता चलता है कि नैतिक चिकित्सा पद्धतियों का पालन नहीं किया गया है और वास्तव में समझौता किया गया है। इसलिए निवेदन करते हैं कि यह पता लगाने के लिए कि आपके अस्पताल में ऐसी घटना कैसे हुई और जिम्मेदारी तय करने और सख्त कार्रवाई शुरू करने के लिए तुरंत एक गहन जांच शुरू की जाए।

 

अस्पताल ने जारी किया बयान

इस शिकायत पर अस्पताल की तरफ से बयान जारी किया गया है। अस्पताल के फेसबुक के आधिकारिक पेज पर एक पोस्ट में लिखा गया है, 'सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल के प्रबंधन का एक संदेश। जीवनभर के लिए सम्मान। हमें यह जानकारी मिली है कि हमारे एक मरीज का एक वीडियो डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामने आ रहा है। सर एच एन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में मरीज की गोपनीयता और निजता हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और हम इस तरह के कार्यो की कड़ी निंदा करते हैं। अस्पताल प्रबंधन घटना की जांच कर रहा है और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।'

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