सोनू सूद (Sonu Sood) कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों और गरीबों के मसीहा बनकर सामने आए थे। शहरों में काम करने वाले मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने का इंतजाम करने वाले सोनू सूद अब भी लोगों की मदद से पीछे नहीं हट रहे हैं। हालांकि, इस बार सोनू जो काम करने जा रहे हैं, उससे कुछ लोगों की नहीं बल्कि अगले 5 सालों में सीधे-सीधे 10 करोड़ लोगों की मदद होगी।
मुंबई। सोनू सूद (Sonu Sood) कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों और गरीबों के मसीहा बनकर सामने आए थे। शहरों में काम करने वाले मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने का इंतजाम करने वाले सोनू सूद अब भी लोगों की मदद से पीछे नहीं हट रहे हैं। हालांकि, इस बार सोनू जो काम करने जा रहे हैं, उससे कुछ लोगों की नहीं बल्कि अगले 5 सालों में सीधे-सीधे 10 करोड़ लोगों की मदद होगी। दरअसल, सोनू सूद ने अपना एकप्लान सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि वो कैसे देश के 1 लाख बेरोजगार लोगों को नौकरी देंगे। सोनू सूद के इस ऐलान के बाद लोग उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं।
सोनू सूद ने ट्वीट करते हुए लिखा- नया साल, नई उम्मीदें। नई नौकरी के अवसर और उन अवसरों को आपके करीब लाते, नए हम। प्रवासी रोजगार अब है गुडवर्कर। आज ही गुडवर्कर एप्लिकेशन को डाउनलोड करें और बेहतर कल की उम्मीद करें। इसके साथ ही सोनू ने एक एप को डाउनलोड करने की लिंक भी शेयर की है। सोनू का कहना है कि इस एप के जरिए वो अगले 5 सालों में 10 करोड़ लोगों की जिंदगी बदलना चाहते हैं।
सोनू के ट्वीट पर कमेंट करते हुए एक शख्स ने लिखा- भारत सरकार ने इतनी नौकरियां विगत 7 वर्षों में नहीं दी हैं, जितनी आप दे चुके हैं। शुभकामनाएं आपको। वहीं एक और शख्स ने कहा- आप गरीबों के लिये कितना कुछ कर रहे हो। सही में आप गरीबों के साथी, हौसला और परिवार हो। दिल से आपको धन्यवाद।
चमोली हादसे में मारे गए शख्स की 4 बेटियों को भी लिया गोद:
बता दें कि इससे पहले सोनू ने उत्तराखंड के चमोली में 7 फरवरी को आई बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वाले एक शख्स की 4 बेटियों को गोद लिया है। सोनू सूद अब उनकी पढ़ाई से लेकर शादी तक का हर खर्च उठाएंगे। सोनू सूद ने सोशल मीडिया पर चारों बच्चियों की एक फोटो शेयर कर लिखा था- यह फैमिली अब मेरी है। दरअसल, टिहरी जिले के लोयाल गांव के रहने वाले आलम सिंह पुंडीर (45) तपोवन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में इलेक्ट्रीशियन के रूप में काम करते थे। जिस दौरान हादसा हुआ, उस वक्त आलम एक टनल में काम कर रहे थे। इस हादसे में उनकी जान चली गई और वे अपने पिछे पत्नी और चार बेटियों को अकेला छोड़ गए। आलम की चार बेटियां अंचल (14), अंतरा (11), काजल (8), और अनन्या (2) हैं। मृतक के परिवार वालों ने उनकी जिम्मेदारी उठाने के लिए सोनू सूद का आभार जताया है।