सुनील शेट्टी को मिला 'भारत रत्न डॉ अंबेडकर अवॉर्ड', कोरोना काल में की थी लोगों की मदद

सुनील शेट्टी को हाल ही में कोविड-19 में राहत की कोशिश के लिए उनके योगदान के लिए प्रतिष्ठित 'भारत रत्न डॉ अंबेडकर पुरस्कार' से सम्मानित किया गया है। एक्टर को हाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार शाम को राजभवन में पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

मुंबई. सुनील शेट्टी को हाल ही में कोविड-19 में राहत की कोशिश के लिए उनके योगदान के लिए प्रतिष्ठित 'भारत रत्न डॉ अंबेडकर पुरस्कार' से सम्मानित किया गया है। एक्टर को हाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार शाम को राजभवन में पुरस्कार देकर सम्मानित किया। सम्मान समारोह के दौरान सिर्फ 25 लोग मौजूद थे। कोरोना और लॉकडाउन में प्रवासी और दिहाड़ी मजदूरों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, जिसमें सोनू सूद और सुनील शेट्टी जैसे स्टार्स ने आगे आकर लोगों की मदद की। डब्बेवालों की मदद के लिए आगे आए थे सुनील शेट्टी...

सुनील शेट्टी ने महिलाओं का सशक्तीकरण किया, पशु कल्याण के लिए जागरूकता बढ़ाई और लॉकडाउन के दौरान मुंबई के डब्बावालों की सहायता की। एक्टर ने डब्बावालों के लिए बड़े पैमाने पर भोजन की आपूर्ति की व्यवस्था की थी।

Latest Videos

Suniel Shetty to mentor a nationwide Wellness movement in India amidst  lockdown; read details | Hindi Movie News - Times of India

अवॉर्ड मिलने के बाद सुनील शेट्टी ने कही ये बात

'भारत रत्न डॉ अंबेडकर पुरस्कार' से सम्मानित होने के बाद सुनील शेट्टी ने कहा, 'जिन चीजों पर ध्यान जाता है उन्हें न करें, लेकिन याद रखने वाली चीजें करें... दें और भूल जाएं... स्वीकार करें और हमेशा याद रखें।'

सुनील शेट्टी ने मदद के लिए इनसे मिलाया था हाथ 

जुलाई में मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि सुनील सेट्टी ने संजय दत्त और कैबिनेट मंत्री असलम शेख और मुंबई शहर के सरंक्षक मंत्री के साथ हाथ मिलाया और शहर के डब्बावालों की मदद की। सुनील शेट्टी ने एक बयान में कहा, 'यह असलम भाई और संजू द्वारा शुरू की गई एक पहल थी, मुझे उनसे हाथ मिलाने में कोई हिचक नहीं थी।'

 यह भी पढ़ें: शाहरुख के साथ काम करने के लिए इतनी फीस ले रहीं दीपिका, कभी उन्हीं की फिल्म से किया था डेब्यू

ट्रकों से भरकर भेजा का खाना 

सुनील शेट्टी ने यह भी बताया था कि खाने से भरे ट्रकों को पुणे भेजा गया था, जहां लॉकडाउन में डब्बावालों को शिविर में रखा गया था। खेड़ और मालवाल के शिविरों में चावल, दाल, चीनी, आटा और तेल के किट पहुंचाए गए।
 

यह भी पढ़ें: शादी के बाद हनीमून पर निकली 'सिंघम' की एक्ट्रेस, पति की बाहों में यूं आई नजर

Share this article
click me!

Latest Videos

बदल गया दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम, जानें क्या है नया नाम? । Birsa Munda Chowk
UPPSC Student Protest: डिमांड्स पूरी होने के बाद भी क्यों जारी है छात्रों का आंदोलन, अब क्या है मांग
जमुई में हाथ जोड़कर आगे बढ़ रहे थे PM Modi फिर ये क्या बजाने लगे? झूमते दिखे लोग । PM Modi Jamui
'मुझे लव लेटर दिया... वाह मेरी महबूबा' ओवैसी का भाषण सुन छूटी हंसी #Shorts
CM योगी आदित्यनाथ ने गिना दिया बंटने से अब तक क्या-क्या हुआ नुकसान #Shorts