Budget 2022 : वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने इतनी देर पढ़ा बजट भाषण, इंदिरा गांधी ने दी थी सबसे छोटी स्पीच

Published : Feb 01, 2022, 12:40 PM ISTUpdated : Feb 01, 2022, 12:48 PM IST
Budget 2022 : वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने इतनी देर पढ़ा बजट भाषण, इंदिरा गांधी ने दी थी सबसे छोटी स्पीच

सार

इस साल  2022 में वित्त मंत्री ने  तकरीबन1 घंटा 35 मिनट( 91 मिनट)  तक  भाषण दिया है। इससे पहले  2021 में उन्होंने एक घंटे 50 मिनट लंबा भाषण दिया था। वहीं साल 2020 में बार मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दूसरे बजट में वित्त मंत्री सीतारमण ने 2 घंटे 40 मिनट तक बजट भाषण दिया था। बता दें कि वह भाषण सबसे लंबा बजट भाषण था।

Budget 2022 :  केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवा 1 फरवरी 2022 को  केंद्रीय बजट पेश कर दिया है। इस बजट में कृषि, बैंकिंग, रेलवे समेत विभिन्न सेक्टर्स के लिए कई ऐलान किए गए हैं। साल 2022-23 के बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री ने 1 घंटा 35 मिनट( 91 मिनट) समय लिया है। वित्त मंत्री ने पेपरलैस बजट भाषण पढ़ा है।

साल 2020 की तुलना में बीते साल 2021 में बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार अपने पिछले बजट भाषण की तुलना में काफी कम देर तक बोलीं थी। साल 2021 में उन्होंने एक घंटे 50 मिनट लंबा भाषण दिया था। इससे पहले के साल 2020 में बार मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दूसरे बजट में वित्त मंत्री सीतारमण ने 2 घंटे 40 मिनट तक बजट भाषण दिया था। बता दें कि वह भाषण सबसे लंबा बजट भाषण था।

संसद में मंगलवार सुबह 11 बजे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बजट भाषण शुरू हुआ, जो कि दोपहर --- बजकर -- मिनट तक चला। इस तरह से वे -- घंटे से भी कम समय तक बोलीं। निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए जो बजट पेश किया था, उसमें उन्होंने 2 घंटे 17 मिनट तक बजट भाषण दिया था। वहीं 2020-21 में उन्होंने सुबह 11 बजे शुरू किए गए बजट भाषण को दोपहर 1:40 मिनट पर खत्म किया था।

इसके पहले मोदी सरकार के पहले कार्यकाल का बजट उस समय के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पेश किया था। उन्होंने भी दो घंटे से अधिक समय तक बजट भाषण दिया था। साल 2014 में अरुण जेटली का भाषण सुबह 11 बजे शुरू हुआ था, उन्होंने  एक बजकर 10 मिनट तक भाषण दिया था। इस तरीके से उन्होंने दो घंटे 10 मिनट तक स्पीच दी थी।


बजट भाषण का इतिहास
बजट भाषणों के इतिहास पर जाएं तो तत्तकालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह द्वारा 1991 में दिया गया भाषण 18,700 शब्दों का था। इंदिरा गांधी ने वित्त मंत्री के रूप में सबसे छोटी स्पीच दी थी। वहीं मोरारजी देसाई के भाषणों में औसतन 10,000 शब्द, जबकि वाई बी चव्हाण के भाषण में औसतन 9,300 शब्द थे।

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