नई पेंशन योजनाओं के तहत 60 लाख असंगठित मजदूर, छोटे व्यापारी रजिस्टर्ड; प्रेसिडेंट कोविंद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को कहा कि 2019 में पेश की गई पेंशन योजनाओं के तहत करीब 60 लाख लाभार्थी जुड़ चुके हैं। इसमें असंगठित क्षेत्र के मजदूर और छोटे व्यापारी शामिल हैं। 

नई दिल्ली.  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को कहा कि 2019 में पेश की गई पेंशन योजनाओं के तहत करीब 60 लाख लाभार्थी जुड़ चुके हैं। इसमें असंगठित क्षेत्र के मजदूर और छोटे व्यापारी शामिल हैं। सरकार ने पिछले साल असगंठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन (पीएम-एसवाईएम) योजना और छोटे व्यापारियों के लिए प्रधानमंत्री लघु व्यापारी मान-धन योजना शुरू की थी। इसके तहत, उन्हें न्यूनतम 3,000 रुपये प्रति माह की पेंशन देने का प्रस्ताव किया गया है।

नई पेंशन योजना  से 60 लाख लाभार्थी जुड़े

Latest Videos

राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा, "देश के किसान, खेतिहर मजदूर, असंगठित क्षेत्र के मजदूर और छोटे व्यापारियों को एक ऐसी पेंशन योजना की अपेक्षा थी, जो वृद्धावस्था में उनकी मदद कर सके।" उन्होंने कहा, "मेरी सरकार ने न सिर्फ उनकी इच्छा को पूरा किया बल्कि अब तक इन पेंशन योजनाओं से करीब 60 लाख लाभार्थी जुड़ चुके हैं।"

श्रमिकों के लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना की घोषणा

असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों के लिए सरकार ने फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना की घोषणा की गई थी। इस योजना में शामिल होने वाले लोगों के 60 साल के होने पर उन्हें 3,000 रुपये की पेंशन मिलेगी। सरकार ने 2019-20 के बजट में इस योजना के तहत अगले पांच साल में 10 करोड़ श्रमिकों और मजदूरों को जोड़ने का लक्ष्य रखा था।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

Share this article
click me!

Latest Videos

झांसी ने देश को झकझोरा: अस्पताल में भीषण आग, जिंदा जल गए 10 मासूम
नाइजीरिया, ब्राजील, गुयाना की 5 दिन की यात्रा पर निकले PM मोदी
Dehradun Car Accident CCTV Video: हादसे से पहले कैमरे में कैद हुई इनोवा | ONGC Chowk
पहली बार सामने आया SDM थप्पड़ कांड का सच, जानें उस दोपहर क्या हुआ था । Naresh Meena । Deoli-Uniara
देश संविधान से चलना चाहिए और PM मोदी कहते हैं कि संविधान एक खोखली किताब है: राहुल गांधी