त्रिपुरा सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को खुशखबरी दी है। कर्मचारियों के डीए में 5 फीसदी की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी गई है। यह महंगाई भत्ता 1 जुलाई 2022 से लागू हो गया है।
बिजनेस डेस्कः सरकारी कर्मचारियों के डीए में बढ़ोतरी कर दी गई है। इसके तहत सरकार ने DA में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। त्रिपुरा की बीजेपी सरकार ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों (7th Pay Commission) को ये तोहफा दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री माणिक साहा (Tripura Chief Minister Manik Saha) ने महंगाई भत्ते में 5 फीसदी की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। यह बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता 1 जुलाई 2022 से लागू हो गया है। राज्य मंत्री सुशांत चौधरी ने इस बात की जानकारी दी है। जानकारी दें कि कई राज्य सरकारों ने महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की है।
त्रिपुरा में होंगे चुनाव
बता दें कि त्रिपुरा में अगले साल मार्च में चुनाव होने हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को एक बड़ी खुशखबरी दे डाली है। सरकार ने उनके मदद का बड़ा फैसला किया है। कैबिनेट ने महंगाई भत्ते में 5 फीसदी की बढ़ोतरी कतो मंजूरी दे दी है। एक रिपोर्ट के अनुसार सरकार का यह फैसला राजकोष पर वजन डालेगा। इससे 523.80 करोड़ रुपए सरकार के राजकोष से एक्स्ट्रा जाएगा। इस फैसले से त्रिपुरा के 1,04,683 कर्मचारियों के अलावा 80,855 पेंशनभोगियों को लाभ मिलेगा। मतलब यह हुआ कि त्रिपुरा के 1,88,494 लोगों को इस फैसले से फायदा होगा।
एमपी में भी बढ़ाया गया महंगाई भत्ता
जानकारी दें कि इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी राज्य सरकार के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाया था। यह भत्ता 3 फीसदी बढ़ाया गया था। पहले यह महंगाई भत्ता 31 फीसदी था, जिसे बढ़ाकर 34 फीसदी कर दिया गया। इससे एमपी के 7.5 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा। एमपी के राजकोष में 625 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार पड़ेगा।
केंद्रीय कर्मचारियों का डीए बढ़ेगा
जानकारी दें कि सरकार केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता भी बढ़ा सकती है। सरकार महंगाई भत्ता को 34 फीसदी से बढ़ाकर 38 या 39 फीसदी कर सकती है। सरकारी कर्मचारियों को मोदी सरकार जल्द ही फैसला सुना सकती है। मोदी सरकार जल्द यह फैसला ले सकती है। दरअसल अब तक जो AICPI के आंकड़े आए हैं उससे साफ हो गया है कि महंगाई भत्ते में सरकार जरूर बढ़ोतरी करेगी।
यह भी पढ़ें- PM Kisan Yojana: पीएम किसान योजना का फायदा उठाने वाले फर्जी किसानों की अब खैर नहीं