Adani-Wilmar IPO: आटा, चावल, दाल बेचती है अडानी की यह कंपनी, अब कराएगी कमाई, जानि‍ए कैसे

Adani-Wilmar IPO:  अडानी विल्मर 27 जनवरी को अपना 3,600 करोड़ रुपए का आईपीओ जारी करेगी और इसे 31 जनवरी को बंद कर दिया जाएगा।

बिजनेस डेस्‍क। अडानी विल्मर लिमिटेड, 1999 में अडानी समूह और सिंगापुर के विल्मर समूह के बीच एक ज्‍वाइंट एफएमसीजी कंपनी है, जो है खाद्य तेल, गेहूं का आटा, चावल, दाल और चीनी सहित सामान बेचती है। कंपनी के प्रोडक्‍ट्स को तीन भागों में कैटेगराइज किया जा सकता है। जिसमें खाद्य तेल, पैकेज्ड फूड और एफएमसीजी, और इंडस्‍ट्री इजेंश‍ियल शामिल हैं। अडानी विल्मर अपने प्रमुख ब्रांड फॉर्च्यून के तहत अपने खाद्य तेल का विपणन करती है, जो भारत में सबसे अधिक बिकने वाला खाद्य तेल ब्रांड है। अडानी विल्मर 27 जनवरी को अपना 3,600 करोड़ रुपए का आईपीओ जारी करेगी और इसे 31 जनवरी को बंद कर दिया जाएगा।

जानिए आईपीओ के बारे में
3,600 करोड़ रुपये के आईपीओ में लगभग 15.65 करोड़ शेयरों का केवल एक नया इश्‍यू शामिल है और इसमें ऑफर फॉर सेल शामिल नहीं है। प्रत्‍येक शेयर की कीमत 218-230 रुपये रखी गई है। निवेशक कम से कम 65 शेयरों के लिए और उसके बाद 65 के गुणकों में बोली लगा सकते हैं। खुदरा निवेशक एक लॉट में न्यूनतम 14,950 रुपए और 13 लॉट के लिए उनका अधिकतम निवेश 194,350 रुपए हो सकता है। पब्लिक इश्यू के बाद प्रमोटर की हिस्सेदारी 100 फीसदी से घटकर 87.92 फीसदी हो जाएगी। शेयरों का आवंटन 3 फरवरी तक होगा, असफल निवेशकों को 4 फरवरी तक रिफंड मिलेगा और सफल बोलीदाताओं को 7 फरवरी तक उनके डीमैट खातों में शेयर जमा किए जाएंगे। अदाणी विल्मर के शेयर 8 फरवरी को बीएसई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होंगे। कंपनी पूंजीगत व्यय के वित्तपोषण के लिए आईपीओ से प्राप्त आय का उपयोग करेगी, उधार चुकाने एवं पूर्व भुगतान, अध‍िग्रहण, और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए रुपयों का उपयोग किया जाएगा।

Latest Videos

आय अनुमान
ब्रोकरेज कंपनी के भविष्य के बारे में काफी आशावादी हैं और इस तथ्य के आधार पर सर्वसम्मति से इस इश्‍यू को पॉजिट‍िव रेटिंग दी है कि कंपनी ने भारत में खाद्य तेल उद्योग में अपना नेतृत्व मजबूत किया है और वित्त वर्ष 2019 से लगातार मुनाफा कमा रही है। वेंचुरा सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, अडानी विल्मर वित्त वर्ष 2020 की अवधि के दौरान राजस्व के हिसाब से भारत की शीर्ष पांच सबसे तेजी से बढ़ती पैकेज्ड फूड कंपनियों में से एक थी। वित्त वर्ष 2011-24 में, हम उम्मीद करते हैं कि अडानी विल्मर 16.7 फीसदी की एक मजबूत सीएजीआर (चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर) से 58,959 करोड़ रुपये का राजस्व बढ़ाएगी।

यह भी पढ़ें:- Budget 2022: आम पैसेंजर्स और कारोबारियों को मिल सकती है रेल बजट से राह‍त, जानिए कैसे

राजस्‍व अनुमान
इस वृद्धि दर के लिए जोखिम इस तथ्य से उत्पन्न होता है कि फर्म के पास कच्चे माल के लिए सप्‍लायर्स के साथ लांग टर्म समझौते नहीं हैं और "इस तरह के कच्चे माल की लागत में कोई वृद्धि, या उपलब्धता में कमी का प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। वित्त वर्ष 24 तक ब्रोकरेज को उम्मीद है कि एफएमसीजी राजस्व हिस्सेदारी 7.4 प्रतिशत (220 आधार अंक से अधिक) तक पहुंच जाएगी, जिससे वित्त वर्ष 24 तक एबिटा 23.4 प्रतिशत और कर पश्चात लाभ में 19.9 प्रतिशत की वृद्धि क्रमशः 2,491 करोड़ रुपए और 1,253 करोड़ रुपए हो जाएगी।

यह भी पढ़ें:- 7th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों को डीए एरियर के तहत एक बार में मिलेंगे 2 लाख रुपए?

करना पड़ सकता है चुनौतियों का सामना
च्वाइस ब्रोकिंग इस बात पर प्रकाश डालता है कि कंपनी की प्रमुख ताकत उद्योग की अनिवार्यता, मजबूत कच्चे माल की सोर्सिंग क्षमताओं और अच्छी तरह से स्थापित परिचालन बुनियादी ढांचे और मजबूत विनिर्माण क्षमताओं के साथ इसका एकीकृत व्यापार मॉडल है। ब्रोकरेज का सुझाव है कि कंपनी को प्रतिकूल सरकारी नीतियों और विनियमों और खाद्य और एफएमसीजी व्यवसाय के विस्तार में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। निरंतर सामान्य महंगाई के माहौल की संभावना, प्रमुख वस्तुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव और प्रतिकूल विदेशी मुद्रा दरें भी कंपनी की संभावनाओं को प्रभावित कर सकती हैं।

 

Read more Articles on
Share this article
click me!

Latest Videos

अब एयरपोर्ट पर लें सस्ती चाय और कॉफी का मजा, राघव चड्ढा ने संसद में उठाया था मुद्दा
Christmas Tradition: लाल कपड़े ही क्यों पहनते हैं सांता क्लॉज? । Santa Claus । 25 December
बांग्लादेश ने भारत पर लगाया सबसे गंभीर आरोप, मोहम्मद यूनुस सरकार ने पार की सभी हदें । Bangladesh
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में तैयार हो रही डोम सिटी की पहली झलक आई सामने #Shorts
कौन है 12 साल की सुशीला, सचिन तेंदुलकर ने बताया भविष्य का जहीर खान, मंत्री भी कर रहे सलाम