यह कंपनी साल 2013 से गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही है।
मुंबई. बिजनसमैन अनिल अंबानी पर एक और संकट सामने आया है। खबर आ रही है कि उनकी कंपनी "रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग" दिवालिया होने की कगार पर है। कंपनी पर 9000 करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज बताया जा रहा है। जिसे कंपनी चुकाने की स्थिति में नहीं है।
लैंडर्स ने कंपनी के प्रस्ताव को किया खारिज
आईडीबीआई बैंक को प्रजेंट कर रहे लैंडर्स ने कंपनी की तरफ से प्रस्तावित प्लान को खारिज कर दिया। एक बिजनेस न्यूज पेपर की खबर के अनुसार, इस मामले से जुड़े एक बैंक अधिकारी ने बताया कि लेंडर्स अनिल अंबानी के नेतृत्व वाले रिलायंस ग्रुप को दिवालिया घोषित करने से जुड़ी प्रक्रिया को जल्द शुरू करेंगे।
संकट समाधान की समयसीमा खत्म
बैंक एग्जिक्यूटिव ने आगे कहा कि लेंडर्स ने कंपनी के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। आरबीआई की तरफ से कंपनी को संकट समाधान का प्रस्ताव पेश करने की समयसीमा जुलाई की शुरुआत में ही खत्म हो चुकी है।
2013 से था कंपनी पर वित्तीय संकट
रिलांयस नेवल को पहले पिपापाव डिफेंस एंड ऑफशोर इंजीनियरिंग के नाम से जाना जाता था। यह कंपनी साल 2013 से गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही है। रिलायंस ग्रुप ने साल 2016 जनवरी में इसका मैनेजमेंट अपने हाथ में लिया था। कंपनी गोद लेने के बाद रिलायंस ग्रुप ने इसे वित्तीय मदद उपलब्ध कराई थी। रिलायंस ने जनवरी 2018 तक इसे वित्तीय सहयोग दिया। इनमें से अधिकतर पैसा कर्जदारों को दिया गया। रिलायंस नेवल को मार्च 2019 में 9399 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।