
चेन्नई। iPhone निर्माता Apple ने श्रीपेरंबदुर स्थित फॉक्सकॉन प्लांट (Foxconnindia) में महिलाओं को फूड पॉयजनिंग के मामले को गंभीरता से लिया है। उसने फॉक्सकॉन प्लांट में खाद्य सुरक्षा और आवास (Food safety and accommodation) की स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए ऑडिटर्स की टीम भेजी है। केंद्रीय उद्यमिता, कौशल विकास, इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एप्पल इस कदम की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि काम के माहौल के लिए जिम्मेदार एप्पल का यह अच्छा निर्णय है। मुझे उम्मीद है फॉक्सकॉन इंडिया जल्द यह सब ठीक कर लेगी और इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में आगे बढ़ेगी।
सुविधा शुरू होने से पहले मानकों को पूरा करेंगे
एप्पल के प्रवक्ता ने बताया कि हमारे सप्लायर्स इंडस्ट्री के उच्चतम मानकों के लिए जवाबदेह हैं। इनका अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए हम नियमित रूप से इनका आकलन करते हैं। प्रवक्ता ने बताया कि हमारी टीम ने पाया कि फॉक्सकॉन प्लांट के कर्मचारियों के लिए उपयोग किए जा रहे दूर के कुछ हॉस्टल और डायनिंग रूम हमारी प्राथमिकताओं को पूरा नहीं करते। हम इस समस्या को दूर करने के लिए सप्लायर (फॉक्सकॉन) के साथ काम कर रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द व्यवस्था को ठीक किया जा सके। एप्पल ने कहा कि कंपनी यह सुनिश्चित करेगी कि हॉस्टल और खाने की सुविधा शुरू होने से पहले उसके सख्त मानकों को पूरा किया जाए। इसके बाद भी हम स्थितियों की बारीकी से निगरानी करना जारी रखेंगे।
क्या है मामला :
इस महीने की शुरुआत में चेन्नई श्रीपेरंबदुर में फॉक्सकॉन प्लांट में काम करने वाली महिलाओं को खाने के बाद फूड पॉयजनिंग हो गई थी। इसके बाद 250 से अधिक महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। यह प्लांट कई दिनों से बंद है। लगभग 17 हजार कर्मचारियों वाले इस प्लांट में सोमवार को कुछ लोग पहुंचे, लेकिन अभी ज्यादातर कर्मचारी काम पर नहीं आ रहे हैं।
व्यवस्थाएं ठीक करने की हो रही मांग
खराब खाने से एक साथ 250 महिलाओं के बीमार होने के बाद कर्मचारी विरोध पर उतर आए और इन व्यवस्थाओं को ठीक करने की मांग की। हंगामा इतना अधिक हुआ कि कुछ कर्मचारियों को गिरफ्तार तक करना पड़ा। हालांकि, बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया, लेकिन तब से हॉस्टल में रहने वालीं महिलाएं और अन्य कर्मचारी अव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग कर रहे हैं।
टेक कंपनियों के लिए गैजेट्स बनाती है फॉक्सकॉन
फॉक्सकॉन ताईवानी की कंपनी है। यह एप्पल और अन्य कई टेक कंपनियों के लिए ठेके पर आईफोन व कई अन्य गैजेट बनाती है। इस कंपनी की बहुत सारी महिलाएं हॉस्टल में रहती हैं, जहां उन्हें खाना और अन्य सुविधाएं दी जाती हैं। इस फैक्ट्री में आईफोन 12 बनाया जा रहा है और आईफोन 13 का ट्रायल प्रोडक्शन शुरू हो गया है। यह फैक्ट्री रणनीतिक रूप से एप्पल के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि कंपनी चीन पर अपनी निर्भरता कम करना चाहती है। एप्पल ने भारत में फोन और अन्य गैजेट बनाने का काम 2017 में शुरू किया था।
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