एप्पल को मार्केट कैप (Apple Market Cap) में सिर्फ 128 बिलियन जोड़ने हैं। उसके बाद यह कंपनी यूनाइटिड किंगडम (UK Economy) की इकोनॉमी को पीछे छोड़ देगा। इससे पहले कंपनी फ्रांस (France Economy) और इंडिया (India Economy) जैसे देशों को पीछ़े छोड़ चुकी है। आपको बता दें कि बुधवार को कंपनी के शेयरों (Apple Share Price) में 2.28 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी, जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप में इजाफा देखने को मिला था।
बिजनेस डेस्क। मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एप्पल इंक (Apple Inc) अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी को पछाड़ने के लिए तैयार है। एप्पल (Apple 3 Trillion Dollar Company) जल्द ही 3 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बन जाएगी। इसके लिए कंपनी को अपने मार्केट कैप (Apple Market) में सिर्फ 128 बिलियन जोड़ने हैं। उसके बाद यह कंपनी यूनाइटिड किंगडम (UK Economy) की इकोनॉमी को पीछे छोड़ देगा। इससे पहले कंपनी फ्रांस (France Economy) और इंडिया (India Economy) जैसे देशों को पीछ़े छोड़ चुकी है। आपको बता दें कि बुधवार को कंपनी के शेयरों (Apple Share Price) में 2.28 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी, जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप में इजाफा देखने को मिला था।, जिसकी वजह से कंपनी का मार्केट कैप में इजाफा देखने को मिला था। मौजूदा समय में एप्पल इंक मार्केट कैप के हिसाब से सबसे बड़ी कंपनी है।
एक साल में एक ट्रिलियन का हो जाएगा इजाफा
कंपनी को 3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने के लिए 128 बिलियन डॉलर जोड़ने हैं। अगर कंपनी के शेयरों में इसी तरह की तेजी रही तो इसी महीने में यह क्रॉस हो जाएगा। खास बात तो ये है कि अगर ऐसा हुआ तो कंपनी के मार्केट कैप 2021 में एक ट्रिलियन का इजाफा हो जाएगा। पिछले साल कंपनी का मार्केट कैप 2 ट्रिलियन था। जबकि 2018 में कंपनी का मार्केट कैप एक ट्रिलियन था। जिसे 2 ट्रिलियन तक पहुचाने में 2 साल लग गए। वहीं अब एक ट्रिलियन का इजाफा एक साल में पूरा होता दिखाई दे रहा है।
कंपनी के शेयरों में 35 फीसदी का इजाफा
कंपनी के शेयरों में इजाफा होने के कारण कंपनी के मार्केट कैप में इजाफा देखने को मिला है। आंकड़ों के अनुसार इस साल कंपनी के शेयरों में 35 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। जबकि पिछले कंपनी के शेयरों में 80 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी। जबकि ट्रिलियन डॉलर क्लब की बाकी कंपनियों माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन, अल्फाबेट और टेस्ला के शेयरों में 10 फीसदी से से 70 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है।
किस कंपनी का है कितना मार्केट कैप
कंपनी का नाम | मार्केट कैप (ट्रिलियन डॉलर में) |
एप्पल इंक | 2.872 |
माइक्रोसॉफ्ट | 2.514 |
अल्फाबेट गूगल | 1.970 |
सउदी अरामको | 1.867 |
अमेजन | 1.786 |
टेस्ला | 1.073 |
3 ट्रिलियन से कौन कितना पीछे
अगर ट्रिलियन डॉलर क्लब की बाकी कंपनियों की बात करें तो माइक्रोसॉफ्ट मार्केट कैप को 3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने के लिए लगभग 500 बिलियन डॉलर कम है। जबकि अल्फाबेट को करीब 1 ट्रिलियन डॉलर की जरुरत है। साउदी अरामको केो 1.13 ट्रिलियन डॉलर की आवश्यकता है। वहीं अमेजन को 1.25 ट्रिलियन डॉलर की जरुरत है। जबकि टेस्ला को करीब 2 ट्रिलियन डॉलर की जरुरत है। आपको बता दें कि इस साल की शुरुआत में माइक्रोसॉफ्ट ने मार्केट कैप के हिसाब से बड़ी कंपनी का खिताब अपने नाम कर लिया था। उसके बाद बाद में दोबारा से एप्पल ने अपने ताज को वापस ले लिया।
दुनिया की टॉप इकोनॉमी
देश का नाम | इकोनॉमी (ट्रिलियन डॉलर में) |
यूएस | 20.49 |
चीन | 13.4 |
जापान | 4.97 |
जर्मनी | 4 |
यूके | 2.83 |
फ्रांस | 2.78 |
भारत | 2.72 |
यह भी पढ़ें:- Cryptocurrency Price Today: Bitcoin से एक महीने में हर घंटे हुआ 2000 रुपए का नुकसान, जानिए कैसे
यूके, फ्रांस और इंडिया जैसे देशों को छोड़ देगी पीछे
अगर आज भी एप्पल के शेयरों में तेजी देखने को मिलती है। या यूं कहें कि कंपनी का शेयर में 10 डॉलर का इजाफा देखने को मिलता है तो कंपनी का मार्केट कैप 3 ट्रिलिलियन डॉलर पहुंच जाएगा। जिसके बाद कंपनी का मार्केट कैप दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी यानी यूनाइटिड किंगडम से ज्यादा हो जाएगा। मौजूदा समय में यूके की इकोनॉमी 2.83 ट्रिलियन डॉलर है। जबकि फ्रांस 2.78 ट्रिलियन डॉलर और भारत की इकोनॉमी 2.72 ट्रिलियन डॉलर की है। वहीं दुनिया की चौथी सबसे बड़ी र्जमनी की इकोनॉमी 4 ट्रिलियन डॉलर की है।