अशनीर ग्रोवर ने भारतपे से दिया इस्तीफा, कहा- निवेशकों ने किया 'बदनाम'

मीडिया रि‍पोर्ट के अनुसार भारतपे के एमडी (BharatPe MD) अश्नीर ग्रोवर ने अपने रिजाइन (Ashneer Grover Resigns) में इस बात का उल्‍लेख किया है कि साल 2022 की शुरूआत से ही कुछ लोगों की ओर से उनपर और उनके परिवार बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।

बिजनेस डेस्‍क। यूनिकॉर्न भारत‍पे (BharatPe) के चल रहे विवाद में एक नया मोड़ आ गया है। कंपनी के को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर अश्नीर ग्रोवर (BharatPe Co-Founder Ashneer Grover) ने इस हाई ड्रामे के बीच अपने पद से रिजाइन कर दिया है। मीडिया रि‍पोर्ट के अनुसार अश्नीर ग्रोवर ने अपने रिजाइन (Ashneer Grover Resigns) में इस बात का उल्‍लेख किया है कि साल 2022 की शुरूआत से ही कुछ लोगों की ओर से उनपर और उनके परिवार बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उनकी और कंपनी की इमेज को चोट पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। जिससे वो और उनका परिवार काफी आहत हुआ है।

अश्‍नीर का भारत पे से रिजाइन
अश्‍नीर ग्रोवर ने अपने रिजाइल में कहा कि मैं इसे भारी मन से लिख रहा हूं, क्योंकि आज मुझे उस कंपनी को अलविदा कहने को मजबूर किया जा रहा है, जिसका मैं फाउंडर हूं। मैं इस बात को फख्र से कह सकता हूं कि भारतपे फ‍िनटेक वर्ल्‍ड में लीडिंग कंपनी बन चुकी है। उन्‍होंने कहा कि इंडियन एंटरप्रेन्योरशिप के चेहरे और भारतीय युवाओं को अपना खुद का बिजनेस बनाने के लिए एक प्रेरणा के रूप में, मैं अब अपने निवेशकों और मैनेजमेंट के खिलाफ एक लंबी और अकेली लड़ाई लड़ते हुए खुद को बर्बाद कर रहा हूं। दुर्भाग्य से, इस लड़ाई में, मैनेजमेंट वो खो चुका है जो असल में दांव पर लगा है।

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आर्बिट्रेशन सेंटर से कोई राहत नहीं
ग्रोवर का रिजाइन सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर में दायर आर्बिट्रेशन हारने के करीब एक दिन बाद आया है। जिसमें दावा किया गया था कि उनके खिलाफ कंपनी की जांच अवैध थी। एक इमरजेंसी आर्बिट्रेटर ने माना कि फिनटेक फर्म में गवर्नेंस की समीक्षा को रोकने का कोई आधार नहीं है। ग्रोवर को इस केस में कोई राहत नहीं मिली है।

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बोर्ड से रिजाइन में क्‍या कहा
ग्रोवर का इस्तीफा सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (एसआईएसी) द्वारा कंपनी के भीतर चल रही 'शासन समीक्षा' के खिलाफ पिछले हफ्ते ग्रोवर की आपातकालीन याचिका को खारिज करने के बाद आया है, जिससे उन्हें इस मामले में कोई राहत नहीं मिली। ग्रोवर ने बोर्ड का जिक्र करते हुए कहा यह दुखद है कि आपका अपने फाउंडर से कंयूनिकेशन टूट गया है। आपके लिए, कंपनी के फाउंडर  को जरूरत पड़ने पर दबाए जाने के लिए एक बटन तक सीमित कर दिया गया है। आज, आपने खुलकर बातचीत करने के बजाय मेरे बारे में गॉसिप और अफवाहों पर विश्वास करना चुना है।

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