Budget 2022: वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण (Finance Minister Nirmala Sitamaran) संसद में अपना बहीखाता लेकर आएंगी और देश के सामने अपना बजट भाषण पढ़ेंगी।
Budget 2022: देश का बजट आने में एक पखवाड़े से भी कम समय बचा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण (Finance Minister Nirmala Sitamaran) संसद में अपना बहीखाता लेकर आएंगी और देश के सामने अपना बजट भाषण पढ़ेंगी। वैसे हर साल कई लोगों के लिए बजट भाषण को सुनना और समझना काफी मुश्किल होता है। बजट के भाषण में कई ऐसे शब्दों का इस्तेमाल होता है जो कि काफी टेक्नीकल होते हैं। जिनके बिना बजट को समझना काफी मुश्किल हैं। ऐसे में आज हम आपको ऐसे ही शब्दों लेकर आए हैं जिन्हें आपको आसान भाषा में समझाने का प्रयास करेंगे।
आखिर क्या होता है वित्त वर्ष (Financial year)
वित्त वर्ष उस साल को कहते हैं जो फाइनेंशियल मामलों के आधार पर तय होते हैं। इस अवधि में सरकार अपने बजट संबंधि उद्देश्यों को पूरा करती है। बिजनेस एवं दूसरे संगठन की ओर से की जाने फाइनेंशियल रिपोर्टिंग भी इसी अवधि में होती है। सभी जरूरी काम इस अवधि के दौरान किए जाते हैं। सरकार ने यह अवधि एक अप्रैल से 31 मार्च तक तय की हुई है।
बजट अनुमान किसे कहते हैं (Budget Estimates)
एक वित्त वर्ष में सरकार देश को चलाने के लिए कितना खर्च करेगी और कितना कमाएगी, इसी अनुमान को बजट अनुमान कहा जाता है। इस अनुमान में पूरे वित्त वर्ष का राजकोषीय एवं राजस्व घाटा भी शामिल होता है। इस अनुमान में सभी सेक्टर्स, इंफ्रास्ट्रक्चर और देश में होने वाले डेवलपमेंट के खर्च भी शामिल होते हैं। मतलब साफ है कि वित्त वर्ष में सरकार को देश चलाने के लिए कितनी कमाई होगी और कितना खर्च होगा उसका अंदाजा लगाना ही बजठ अनुमान कहलाता है।
संशोधित अनुमान क्या है (Revised estimates)
वित्त वर्ष के बीच में या अंत में बचे हुए टेन्योर के दौरान सरकार की कितनी कमाई होगी और कितना खर्च होगा, उसके अनुमान को संशोधन अनुमान कहते हैं। वास्तव में यह अनुमान पहली छमाही के आधार पर तय किया जाता है। जिसकी वजह से बजट अनुमान में जो कमाई और खर्च के टारगेट सेट किए जाते हैं, संशोधित अनुमान में अंतर देखने को मिलता है।
अतिरिक्त अनुदान किसे कहते हैं (Excess Grants)
इसे समझना काफी आसान है। जब बजट में किसी प्रोजेक्ट, मंत्रालय विभाग के लिए तय राशि कम पड़ जाती है तो संसद में एक्स्ट्रा रकम देने का प्रस्ताव भेजा जाता है। प्रस्ताव पास होने के बाद जो राशि मिलती है उसे अतिरिक्त अनुदान कहते हैं।
आउटकम बजट क्या है (Outcome of Budget)
वास्तव में इसे मंत्रालयों का सालाना रिपोर्ट कार्ड होता है। बजट से पहले सभी मंत्रालयों को फाइनेंस मिनिस्ट्री आउटकम बजट देना होता है। जिसमें बताया जाता है कि पिछले साल बजट में मंत्रालय को जो राशि दी गई थी उस पर कितना काम हुआ। कितनी राशि किस योजना में लगी। इससे मंत्रालयों और कामों का मूल्यांकन आसानी से किया जा सकता है।
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सेंट्रल प्लान आउटले क्या है (Central Plan Outlay)
सेंट्रल प्लान आउटले केंद्र की ओर से मंत्रालय, सेक्टर या विभाग को दी जाने राशि को कहते हैं। इसका मतलब है कि आउटले वह राशि है तो किसी प्रोजेक्ट के लिए इकोनॉमी के विभिन्न सेक्टर्स, मंत्रालयों और विभागों को बांटा जाता है।
पुन: विनियोग किसे कहा जाता है (Re-appropirations)
जब मंत्रालयों और विभागों को अनुदान देने लिए अलग से फंड की व्यवस्था की जाती है तो उसे विनियोग कहते हैं। वहीं जब फंड को एक विभाग से दूसरे विभाग में भेजा जाता है तो उसे पुन: विनियोग यानी Re-appropirations कहते हैं।
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राजकीय सहायता किसे कहते हैं (Subvention)
राजकीय सहायता सरकार की ओर से दी जाने वाले उस अनुदान या मदद को कहते हैं किसी संस्था या सेक्टर विशेष को दी जाती है। इसे उदाहरण से समझने का प्रयास करते हैं। सरकार जब किसी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन को मार्केट रेट से कम दरों पर किसी सेक्टर को लोन देने के लिए कहती है तो उसे राजकीय सहायता का नाम दिया जाता है।