साल 2022-23 के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) बजट भाषण के लिए बही ले जाएंगी या फिर आईपैड के जरिए बजट भाषण पढ़ा जायेगा, इस पर सभी की निगाहें होंगी।
बिजनेस डेस्क। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी 2022 को आम बजट पेश करेंगी। कोरोना की तीसरी लहर और कई राज्यों में विधानसभा चुनाव के बीच बजट कैसा होगा, इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। वहीं बजट को पेश करने के दौरान जो सबसे बड़ी हाईलाइट होता है वह होता है बजट डॉक्युमेंट। साल 2022-23 के लिए वित्त मंत्री सीतारमण बजट भाषण के लिए बही ले जाएंगी या फिर आईपैड के जरिए बजट भाषण पढ़ा जायेगा, इस पर सभी की निगाहें होंगी।
विभिन्न सेक्टर बताते हैं अपनी मांग
बजट पेश होने से पहले आर्थिक क्षेत्र के विभिन्न सेक्टर के प्रमुख वित्त मंत्री को बजट के लिए अपनी मांगों से अवगत कराते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए वित्त मंत्री हर मंत्रालय या योजना के लिए बजट का प्रबंधन करती हैं।
बजट डॉक्युमेंट्स ले जाने के लिए सूटकेस का इस्तेमाल
बजट डॉक्युमेंट्स को 'red box' में संसद ले जाने का ट्रेडीशन रहा है। ब्रिटिश शासनकाल से शुरु हुई ये परंपरा अधिकतर देशों में आज भी कायम है। बता दें कि इस परंपरा की शुरुआत विलियम इवार्ट ग्लैडस्टोन (William Ewart Gladstone) ने 1860 में की थी। इसका एक बड़ा कारण ये था कि उनका बजट भाषण इतना लंब होता था कि उन्हें बजट डॉक्युमेंट्स ले जाने के लिए एक सूटकेस की आवश्यकता होती थी।
निर्मला सीतारमण ने तोड़ी थी परंपरा
निर्मला सीतारमण ने वित्त मंत्री रहते हुए अपना पहला बजट 2019 में पेश किया था। उस समय उन्होंने ब्रीफकेस में बजट पेपर संसद ले जाने की बजाय पारंपरिक बही-खाता का इस्तेमाल किया था। सीतारमण ने ब्रिटिश शासन की परंपरा को तोड़ दिया था।
उस दौरान वित्त मंत्री ने कहा था कि बजट 2019 के लिए मैंने ब्रीफकेस का इस्तेमाल नहीं किया है। इसकी वजह यह है कि हम ब्रीफकेस लेकर चलने वाली सरकार का पार्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा था कि सूटकेस या ब्रीफकेस का मतलब दूसरा भी होता है जैसे-सूटकेस देना, सूटकेस लेना। इसलिए मोदीजी की सरकार सूटकेस सरकार नहीं है।