पिछले दिनों पाकिस्तान में टमाटर की कमी आने के बाद अब पाकिस्तान में नई समस्या खड़ी हो गयी है दरसल, पाकिस्तान में गेहूं के आटे की किल्लत पैदा हो गयी है और पाकिस्तान की इमरान सरकार इस समस्या के आगे बेबस नजर आ रही है
इस्लामाबाद: पिछले दिनों पाकिस्तान में टमाटर की कमी आने के बाद अब पाकिस्तान में नई समस्या खड़ी हो गयी है। दरसल, पाकिस्तान में गेहूं के आटे की किल्लत पैदा हो गयी है और पाकिस्तान की इमरान सरकार इस समस्या के आगे बेबस नजर आ रही है। पाकिस्तान के अखबार 'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को ही इमरान खान ने राज्य सरकारों को खाने की बढ़ती कीमतों और जमाखोरी पर लगाम कसने का आदेश दिया था।
इस बीच खैबर पख्तूनख्वा में ढाबे और रेस्तरां के मालिकों ने सोमवार से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। रेस्तरां संचालकों की असोसिएशन ने सरकार से कहा है कि वह पुराने रेट पर आटा मुहैया कराए या फिर उन्हें नान और रोटी की कीमतों को बढ़ाने की इजाजत दे। उन्होंने इमरान खान सरकार को आटे की कीमतें कम करने के लिए 5 दिनों का अल्टिमेटम दिया है।
पाकिस्तान में इस वक्त इस समस्या से निपटने के बजाय एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इमरान खान की तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी और खैबर एवं पंजाब की राज्य सरकारों ने सिंध प्रांत की सत्ता चला रही पाकिस्तान पीपल्स पार्टी पर आटे की किल्लत का जिम्मेदार होने का आरोप लगाया है।
इमरान सरकार को ठहराया जिम्मेदार
हालांकि सिंध प्रांत ने इस संकट के लिए इमरान सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और कहा कि इसके चलते ही आटे की कीमतों में इजाफा हुआ है। इस बीच पाकिस्तान के नैशनल फूड सिक्यॉरिटी के सचिव हाशिम पोपलजई ने किल्लत की वजह पिछले दिनों हुई ट्रांसपोर्टर्स की स्ट्राइक को बताया है।
नई फसल तक जारी रह सकती है किल्लत
उन्होंने कहा कि इस हड़ताल के चलते गेहूं मिलों तक समय पर नहीं पहुंचा और इसके चलते महंगाई में इजाफा हुआ और आटे की किल्लत पैदा हो गई। हालांकि उन्होंने कहा कि यह समस्या कुछ ही दिनों में हल हो जाएगी। पोपलजई ने कहा कि मार्च और अप्रैल के दौरान गेहूं की नई फसल आने के बाद स्थिति में और सुधार देखने को मिलेगा।