भारत के जिन हिस्सों में लोग गांव के छोर से दूसरे छोर तक एक दूसरे को नहीं जानते थे, वहां आज डिजिटल क्रांति आ चुकी है। यह सब कुछ संभव हो पाया है उड़ान की वजह से। उड़ान अपने B2B मॉडल के जरिए छोटे उद्योगों को सशक्त बना रहा है
नई दिल्ली. भारत के जिन हिस्सों में लोग गांव के छोर से दूसरे छोर तक एक दूसरे को नहीं जानते थे, वहां आज डिजिटल क्रांति आ चुकी है। यह सब कुछ संभव हो पाया है उड़ान की वजह से। उड़ान अपने B2B मॉडल के जरिए छोटे उद्योगों को सशक्त बना रहा है और नए स्टार्टअप इसकी वजह से सफल हो रहे हैं। उड़ान भारत का सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाला स्टार्टअप बन चुका है। स्टार्टअप की दुनिया में उड़ान ने बहुत ही कम समय में यूनिकॉर्न स्टेटस हासिल कर लिया है। फ्लिपकार्ट कंपनी के पुराने कर्मचारियों द्वारा शुरू किए गए इस स्टार्टअप ने B2B वितरण सिस्टम के जरिए ई-कॉमर्स की दुनिया में नई उचाइयों को छुआ है। इस स्टार्टअप को अमोद मालवीय, वैभव गुप्ता और सुजीत कुमार ने शुरू किया था।
उड़ान अब तक देश के 900 शहरों में फैल चुका है और दशकों से चली आ रही देश की समस्याओं को सुलझा रहा है। उड़ान छोटे उद्योंगों को मजबूत करने पर भरोसा रखता है। भारत में फुटकर व्यापार उद्योग 2020 तक 3.6 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। इसके फलस्वरूप देश में उपभोग भी 2021 तक 1.1 डॉलर से भी अधिक बढ़ जाएगा। इतना महत्वपूर्ण होने और देश की इकॉनमी में अच्छा खासा योगदान देने के बाद भी यह सेक्टर संगठित क्षेत्र मे सिर्फ 10 से 12 प्रतिशत का योगदान देता है। साल 2021 तक इसका योगदान 22 से 25 प्रतिशत तक पहुचने की उम्मीद है। यह इस बात का संकेत है कि देश का एक बड़ा हस्सा अभी भी तकनीकि से अछूता है। इस वजह से बिचौलियों को अभी भी खासा मुनाफा मिल रहा है। उड़ान सिर्फ एक एप के जरिए ग्राहक औऱ उत्पादक को मिला रहा है ताकि बिचौलियों को पूरी तरह से समाप्त किया जा सके।
Abhinav Khare
डिजिटल पेमेंट और जीएसटी ने उड़ान को आसानी से आगे बढ़ने में मदद की है। उड़ान तकनीकी विकास और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से लोगों के बीच अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। मौजूदा समय में उड़ान के जरिए रोजाना 6000 लेनदेन होते हैं। सभी को चौकाते हुए उड़ान ने उत्तर प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और उत्तरी भारत के बाजार में अपनी अलग पहचान बनाई है।
उड़ान की सबसे बड़ी खासियत यह है कि उड़ान अपने सहयोगियों को क्रेडिट की सुविधा भी देता है। क्रेडिट के पैसे को चुकाने के लिए एक हफ्ते से 15 दिन तक का समय दिया जाता है। यह समय छोटे उद्योग के मलिकों के लिए पर्याप्त होता है। 15 दिन के अंदर हर छोटे उद्योग का मालिक पैसे का जुगाड़ कर लेता है। उड़ान की यह खासियत उसे भविष्य में वित्तीय संस्थाओं के साथ भागीदारी के लिए भी काबिल बनाती है। उड़ान ने अपनी पारदर्शी और उचित कीमतों की वजह से ग्राहकों का भरोसा भी जीता है। यह स्टार्टअप अब तक 870 मिलियन डॉलर का कारोबार कर चुका है।
आज के समय में उड़ान लाखों सपनों को हकीकत में बदल रहा है। ई-कॉमर्स के क्षेत्र में क्रेडिट की सुविधा देकर उड़ान ने बड़ी मात्रा में ऑफलाइन व्यापार करने वाले व्यवसायियों को अपनी ओर आकर्षित किया है। इसी वजह से उड़ान ने इतनी जल्दी यूनिकॉर्न स्टेटस हासिल कर लिया है। उड़ान ने लाखों छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाया है जो वास्तव में हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं।
कौन हैं अभिनव खरे
अभिनव खरे एशियानेट न्यूज नेटवर्क के सीईओ हैं, वह डेली शो 'डीप डाइव विथ अभिनव खरे' के होस्ट भी हैं। इस शो में वह अपने दर्शकों से सीधे रूबरू होते हैं। वह किताबें पढ़ने के शौकीन हैं। उनके पास किताबों और गैजेट्स का एक बड़ा कलेक्शन है। बहुत कम उम्र में दुनिया भर के सौ से भी ज्यादा शहरों की यात्रा कर चुके अभिनव टेक्नोलॉजी की गहरी समझ रखते है। वह टेक इंटरप्रेन्योर हैं लेकिन प्राचीन भारत की नीतियों, टेक्नोलॉजी, अर्थव्यवस्था और फिलॉसफी जैसे विषयों में चर्चा और शोध को लेकर उत्साहित रहते हैं। उन्हें प्राचीन भारत और उसकी नीतियों पर चर्चा करना पसंद है इसलिए वह एशियानेट पर भगवद् गीता के उपदेशों को लेकर एक सक्सेजफुल डेली शो कर चुके हैं।
अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, कन्नड़ और तेलुगू भाषाओं में प्रासारित एशियानेट न्यूज नेटवर्क के सीईओ अभिनव ने अपनी पढ़ाई विदेश में की हैं। उन्होंने स्विटजरलैंड के शहर ज्यूरिख सिटी की यूनिवर्सिटी ETH से मास्टर ऑफ साइंस में इंजीनियरिंग की है। इसके अलावा लंदन बिजनेस स्कूल से फाइनेंस में एमबीए (MBA) भी किया है।