SBI की पूर्व चेयरमैन ने कहा, म्यूचुअल फंड, NBFC की लिक्विडिटी के लिए उपाय की जरूरत

 भारतीय स्टेट बैंक की पूर्व चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने कोरोना संक्रमण के चलते 21 दिन की राष्ट्रव्यापी बंदी के असर से म्यूचुअल फंडों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (बचाने) के लिये उपाय करने की वकालत की

बेंगलुरू: भारतीय स्टेट बैंक की पूर्व चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने कोरोना संक्रमण के चलते 21 दिन की राष्ट्रव्यापी बंदी के असर से म्यूचुअल फंडों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (बचाने) के लिये उपाय करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि म्यूचुअल फंडों तथा एनबीएफसी के लिये तरलता बढ़ाने के उपाय किये जाने चाहिये।

उन्होंने पिछले सप्ताह रिजर्व बैंक द्वारा की गयी घोषणाओं की सराहना करते हुए कहा कि केंद्रीय बैंकों ने बैंकों के लिये तरलता सुनिश्चित करने का शानदार काम किया है।

Latest Videos

संकट में सबसे पहली दिक्कत नकदी

भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘किसी भी तरह के संकट में सबसे पहली दिक्कत नकदी को लेकर आती है और नकदी के समाप्त होते ही समाधान के मुद्दे आने लग जाते हैं।’’ उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक को अभी म्यूचुअल फंडों तथा एनबीएफसी के लिये तरलता सुनिश्चित करने को लेकर उपाय करने की जरूरत है, क्योंकि ये भी वित्तीय प्रणाली का हिस्सा हैं।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)

Share this article
click me!

Latest Videos

'बसपा अब नहीं लड़ेगी कोई उपचुनाव'BSP Chief Mayawati ने खुद बताई बड़े ऐलान की वजह
संभल जामा मस्जिद: क्यों उग्र हो गई भीड़, हालात हुए तनावपूर्ण । Sambhal Jama Masjid Dispute
दिल्ली में बुजुर्गों के लिए बड़ी खुशखबरी! AAP ने दिया बहुत बड़ा तोहफा
Kharmas 2024: दिसंबर में कब से लग रहे हैं खरमास ? बंद हो जाएंगे मांगलिक कार्य
जय भवानी' PM Modi बोले- महाराष्ट्र में सुशासन और विकास की जीत, झूठ-छल-फरेब की हुई हार