Parliament में सरकार ने दी जानकारी, बीते पांच सालों में 5 गुना से ज्‍यादा बढ़ा Defence Export

लोकसभा में डिफेंस एक्‍सपोर्ट (Defence Export) पर किए गए सवाल पर रक्षा राज्‍य मंत्री (Minister of State for Defence) की ओर से जो आंकड़ें पेश किए गए हैं वो बयां कर रहे हैं कि बीते पांच सालों में डिफेंस एक्‍सपोर्ट में में 5 गुना से ज्‍यादा का इजाफा देखने को मिला है।

बिजनेस डेस्‍क‍। भारत अब ड‍िफेंस सेक्‍टर (Defence Sector) में सिर्फ आत्‍मनिर्भर ही नहीं बल्‍कि दूसरे देशों को अपने ड‍िफेंस कंपोनेंट एक्सपोर्ट करने और उसमें लगातार इजाफा करने में जुटा हुआ है। यह बात हम नहीं बल्‍कि सरकार ने खुद संसद में कही है। लोकसभा में डिफेंस एक्‍सपोर्ट (Defence Export) पर किए गए सवाल पर रक्षा राज्‍य मंत्री (Minister of State for Defence) की ओर से जो आंकड़ें पेश किए गए हैं वो बयां कर रहे हैं कि बीते पांच सालों में डिफेंस एक्‍सपोर्ट में में 5 गुना से ज्‍यादा का इजाफा देखने को मिला है। आइए आपको भी बताते हैं कि आख‍िर सरकार की ओर से किस तरह के आंकड़ें पेश किए गए हैं।

संसद में सरकार डिफेंस एक्‍सपोर्ट पर जवाब
सवाल के जवाब में रक्षा राज्‍य मंत्रर की ओर से जाानकारी दी गई है कि बीते पांच गुना से ज्‍यादा सामान का एक्‍सपोर्ट हुआ है। सरकार की ओर से दिए गए आंकड़ों के अनुसार वित्‍त वर्ष 2016-17 में एक्‍सपोर्ट वैल्‍यू 1521.91 करोड़ रुपए का था जो वित्‍त वर्ष 2020-21 में एक्‍एसपोर्ट वैल्‍यू 8434.84 करोड़ रुपए हो गया। इसका मतलब है कि इस दौरान भारत का डिफेंस एक्‍सपोर्ट 5.54 गुना की तेजी देखने को मिली है।

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दो सालों में कम हुआ है डिफेंस एक्‍सपोर्ट
अगर बात बीते दो सालों की करें तो डिफेंस एकपोर्ट में गिरावट देखने को मिली है। वित्‍त वर्ष 2018-19 में डिफेंस एक्‍सपोर्ट का आंकड़ा 10700 करोड़ रुपए से ऊपर चला गया था, जोकि 2020-21 में 8434.84 करोड़ रुपए पर आ गया। इस दौरन 2300 करोड़ रुपए से ज्‍यादा डिफेंस एक्‍सपोर्ट कम हुआ है। इसका मतलब यह हुआ कि दो सालों में 21 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। खास बात ये है कि लगातार दो सालों में गिरावट आई है। 2019-20 में डिफेंस 9115.55 करोड़ रुपए का देखने को मिला था।

इससे पहले करीब 7 गुना की आई थी तेजी
इससे पहले 2015-16 से लेकर 2018-19 में डिफेंस एक्‍सपोर्ट में करीब करीब 7 गुना की तेजी देखने को मिली है। सरकार के आंकड़ों के अनुसार 2015-16 में डिफेंस एकपोर्ट 1521.91 करोड़ रुपए था जो वित्‍त वर्ष 2018-19 में 10745.77 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इस दैरान 9232.86 करोड़ रुपए का इजाफा देखने को मिना था। उसके बाद से इसमें लगातार दो सालों में गिरावट ही देखने को मिली है।

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इन सामानों का हुआ है एक्‍सपोर्ट
डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस प्रोडक्‍शन की ओर से खास केमिकल्‍स, मैटेरियल और टेक्‍नोलॉजीज की श्रेणी 6 में शामिल युद्ध सामान को एक्‍सपोर्ट किया गया है। जिसमें हथियार, सिम्‍युलेर्ट्स, आंसू गैस लॉन्‍चर, टॉरपीडो लोडिंग सिस्‍टम, अलार्म मॉनिटरिंग एंड कंट्रोल, नाइट विजन मोनोक्‍यूलर और बाइनोक्‍यूलर, हल्‍के वजन वाले टॉरपीडो, बख्‍तरबंद व्‍हीकल्‍स, सिक्‍योरिटी व्‍हीकल, हथियार तलाशने वाले रडार्स, एचएफ रेडियो, तटीय रडार प्रणाली जैसे सिस्‍टम शामिल हैं।

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